आपसी विवाद में साथी ने मारी गोली
बिहटा: शुक्रवार की सुबह थाना क्षेत्र के बिशनपुरा गांव में एसएसबी (शस्त्र सीमा बल) जवान का शव जैसे ही गांव में पहुंचा. पूरे गांव में कोहराम मच गया. सभी ग्रामीणों के आंखों से अपने होनहार पुत्र का शव देख अविरल अश्रु की धार बहने लगे. वहीं मृत जवान के परिवार की हालत काफी खराब थी. […]
बिहटा: शुक्रवार की सुबह थाना क्षेत्र के बिशनपुरा गांव में एसएसबी (शस्त्र सीमा बल) जवान का शव जैसे ही गांव में पहुंचा. पूरे गांव में कोहराम मच गया. सभी ग्रामीणों के आंखों से अपने होनहार पुत्र का शव देख अविरल अश्रु की धार बहने लगे.
वहीं मृत जवान के परिवार की हालत काफी खराब थी. बताया जाता है कि बिशनपुरा निवासी किसान मोहन सिंह का द्वितीय पुत्र 22 वर्षीय रणधीर कुमार का करीब एक वर्ष पूर्व एसएसबी 58 बटालियन में चयन हुआ था. इसके बाद वह प्रशिक्षण पूरा कर उसकी ड्यूटी उत्तरप्रदेश के गोरखपुर के लखीमपुर में वह तैनात था. अभी हाल ही में वह होली कि छुट्टी बीता 22 मार्च को ड्यूटी पर गया था. जहां साथी जवान से हुए विवाद में चली गोली से बीते 26 मार्च को उसकी मौत हो गयी थी. मामले कि जानकारी देते हुए जवान के शव के साथ आये एसएसबी 40 बटालियन के डीएसपी ज्ञानेंद्र कुमार व 58 बटालियन के एएसआइ आलोक कुमार ने बताया कि बीते 26 मार्च को जवान रणधीर कुमार व उमानाथ आपस में किसी बात को लेकर दोनों के बीच विवाद हो गया.
इसके बाद दोनों आपस में उलझ पड़े और अचानक अपने हथियार से उमानाथ ने रणधीर पर गोली चला दी. घटना की सूचना पर वहां मौजूद जवानों ने आनन-फानन में उसे हॉस्पिटल ले गये. जहां चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद के बाद बेहतर इलाज के लिए उसे गोरखपुर रेफर कर दिया. जहां जवान के अत्यधिक खून श्रव के कारण मौत हो गयी. घटना की खबर पर मृत जवान कि मां छाया देवी, दादी राधिका कुंवर, बड़ा भाई सुधीर कुमार एवं छोटा भाई सोनू कुमार का रो-रोकर हाल-बेहाल है. रणधीर की अभी शादी नहीं हुई थी. उसके पिता गांव पर रहकर ही खेती का काम कर अपने पूरे परिवार का भरण-पोषण करते है. रणधीर के नौकरी होने से परिवार के सदस्य फुले नहीं समाते थे. लेकिन अचानक हुए इस हादसे से मां एवं परिवार के अन्य सदस्य टूट गये हैं.
वहीं मृतक के घर पर मौजूद ग्रामीणों का कहना है कि वह काफी मिलनसार स्वभाव का लड़का था. गांव में कभी किसी से उसे कोई विवाद नहीं हुआ था. शव के साथ एसएसबी के एसआइ जेएस जसरोसिया, कांस्टेबल मृत्युंजय कुमार समेत दर्जनों जवान मौजूद थे.