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जदयू-राजद में बढ़ी तकरार के बीच महागठबंधन बचाने को सोनिया ने की नीतीश-लालू से बात

पटना/नयी दिल्ली : बिहार में जदयू और राजदकेबीच उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादवकेइस्तीफेकेमुद्दे पर रारकमहोता नहीं दिख रहा है. महागठबंधन में शामिल जदयू और राजद के प्रमुख नेता इस मुद्दे को लेकर एक-दूसरेपर लगातार तीखी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. इसके बाद महागठबंधन में तल्खी बढ़तीजारहीहै. महागठबंधन में बढ़ी तकरार के बीच कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 14, 2017 4:39 PM

पटना/नयी दिल्ली : बिहार में जदयू और राजदकेबीच उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादवकेइस्तीफेकेमुद्दे पर रारकमहोता नहीं दिख रहा है. महागठबंधन में शामिल जदयू और राजद के प्रमुख नेता इस मुद्दे को लेकर एक-दूसरेपर लगातार तीखी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. इसके बाद महागठबंधन में तल्खी बढ़तीजारहीहै. महागठबंधन में बढ़ी तकरार के बीच कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव से फोन पर बातचीत की है. साफ है कि सोनिया गांधी टूट की ओर बढ़ रहे महागठबंधन को बचाने की कोशिशमेंजुटी हैं.

दरअसल, जदयू की ओर सेबीतेदिनों तेजस्वी यादव को जनता के समक्ष अपना पक्ष रखने के लिए कहा गया है. इसके बाद से बिहार में सियासी पारा बढ़ने लगा है. तेजस्वी के इस्तीफे के मुद्दे पर जदयू और राजद के नेता लगातार एक-दूसरे पर तल्ख बयानबाजी करते दिख रहे हैं. इसी कड़ी में जदयू के प्रवक्ताअजय आलोक ने एक प्रमुख न्यूज चैनल से बातचीत में कहा है कि पार्टी सत्ता के लिए भूखी नहीं है और नीतीश कुमार की छवि को लेकरपार्टी गंभीर है. उन्होंने कहा कि राजद के जो नेता यह दावा कर रहे हैं कि उनके पास 80 विधायक हैं, उन्हें पता होना चाहिए कि नीतीश कुमार महागठबंधन के नेता हैं.

इन सबके बीच चर्चा है कि बिहारमेंजारीसियासी हलचल के बीच जदयू द्वारा दिया गया अल्टीमेटम का वक्त अहम है. तेजस्वी यादव के इस्तीफे के मुद्दे पर जदयू गंभीर है और आनेवाले वक्त में वह सरकार में शामिलरहनेके अपने फैसले को लेकर कठोर निर्णय ले सकती है.अजयआलोक ने कहाकि नीतीश कुमार भ्रष्टाचार के खिलाफ अपने रवैये से पीछे नहीं हटेंगे. उन्होंने कहा कि जदयू अब भी तेजस्वी यादव की सफाई से संतुष्ट नहीं है. इन सबके बीच मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो राजद की रणनीति के मुताबिक तेजस्वी यादव को अगर बर्खास्त किया जाता है, तोराजद के सभी मंत्री भी इस्तीफा दे सकते हैं. मगर, ऐसा करने के बावजूद राजद नीतीश सरकार से समर्थन वापस नहीं लेगा.

गौर हो कि गुरुवार को मनेर से राजद विधायक भाई वीरेंद्र ने नीतीश सरकार से समर्थन वापस लेने की धमकी देतेहुए कहाथा किजदयू को यह नहीं भूलना चाहिए कि राष्ट्रीय जनता दल के पास 80 विधायक हैं और महागठबंधन में वही होगा, जो वह चाहेंगे. वहीं, शुक्रवार को जदयूनेराजदपर पलटवार करते हुए कहा था कि सत्ता हमारे लिए जरूरी नहीं है, वहपांच मिनट के अंदर सरकार को छोड़ देंगे. उधर, सूत्रों का कहना है कि जदयूके राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी यादव के इस्तीफे पर अड़ गये हैं,जबकि राजद भी तेजस्वी के इस्तीफे के मूड में नहीं है.चर्चा है कि अगर तेजस्वी यादव इस्तीफा नहीं देंगे, तो नीतीश कुमार खुद इस्तीफा दे सकते हैं.

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