पटना :बिहारकी राजधानी पटना स्थित कंकड़बाग में अवस्थित डाॅ. प्रभात रंजन डायग्नोसिटक एवं रिसर्च सेंटर में भारत सरकार के मान्यता प्राप्त स्किल सेंटर की शुरुआत की गयी. इसके बारे मेंआइएमए बिहार के चयनित प्रेसिडेंट डॉ. सहजानंद सिंह ने बताया कि भारत सरकार के कौशल विकास मंत्रालय द्वारा मान्यता प्राप्त मेडिकल लैब टेक्नीशियन, ब्लड कलेक्टर (फ्लेबोटोमिस्ट) और हिस्टो टेक्नीशियन की कोर्स की शुरुआत इस संस्था मे होने से बिहार के मेडिकल क्षेत्र में एक साकारात्मक दूरगामी प्रभाव पड़ेगा.
डॉ. सहजानंद सिंह ने आगे बताया कि यहां उच्च कोटि की तकनीकी दक्षता इन विषयों में प्रदान की जाएगी. यहां एक साल में (हिस्टो टेक्नीशियन और मेडिकल लैब टेक्नीशियन) और चार महीने में ब्लड कलेक्टर (फ्लेबोटोमिस्ट) के कोर्स द्वारा बिहार के युवाओं को देश विदेश में रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे. वर्तमान में बिहार के मेडिकल क्षेत्र में प्रशिक्षित कर्मियों की भारी कमी है. इसकी भरपाई इन कोर्सों के संचालन द्वारा होगा.
इस अवसर पर डाॅ. प्रभात रंजन डायग्नोसिटक एवं रिसर्च सेंटर संस्था की प्रिंसपल डॉ. रूपम ने बताया कि बिहार में हिस्टो टेक्नीशियन और ब्लड कलेक्टर (फ्लेबोटोमिस्ट) का कोर्स नहीं चल रहा था. इससे इन क्षेत्रों में युवाओं को नया अवसर मिलेगा और मेडिकल लैब टेक्नीशियन का कोर्स जो पहले दो साल में पूरा होता था. अब इस स्किल सेंटर में कौशल विकास मंत्रालय द्वारा अब एक साल में पूरा कराया जाएगा.
इन कोर्सों में वैसे छात्र जो 10+2 साइंस से किए हो एडमिशन ले सकते हैं. दिव्यांग के लिए विशेष छूट की भी व्यवस्था है. इस पूरे कोर्स का निरीक्षण और परीक्षा हेल्थ सेक्टर स्किल कौसिंल भारत सरकार के कौशल विकास मंत्रालय द्वारा किया जाएगा. यह बिहार में अपने तरह का पहला प्रशिक्षण केंद्र है, जहां प्रशिक्षण के बाद पहला मेडिकल जाॅब मेला लगाया जाएगा और रोजगार के अवसर भी प्रदान किए जाएंगे. इस अवसर पर संस्था के निदेशक डाॅ. प्रभात रंजन, डाॅ. संजीव कुमार, डाॅ. मनोज कुमार और अन्य गणमान्य चिकित्सक भी उपस्थित थे.