तीन महीनों में बिहटा एयरपोर्ट के लिए जमीन का होगा अधिग्रहण
पटना : बिहार के सभी प्रमुख शहरों को हवाई सेवा से जोड़ने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्रीय नागर विमानन मंत्री अशोक गजपति राजू के बीच एक एमओयू पर हस्ताक्षर हुआ. मुख्यमंत्री के संवाद कक्ष में हुए कार्यक्रम में राज्य में मौजूद हवाई अड्डों के विकास एवं विस्तार की समीक्षा भी की गयी. सीएम […]
पटना : बिहार के सभी प्रमुख शहरों को हवाई सेवा से जोड़ने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्रीय नागर विमानन मंत्री अशोक गजपति राजू के बीच एक एमओयू पर हस्ताक्षर हुआ.
मुख्यमंत्री के संवाद कक्ष में हुए कार्यक्रम में राज्य में मौजूद हवाई अड्डों के विकास एवं विस्तार की समीक्षा भी की गयी. सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि पटना और बिहटा हवाई अड्डा पर जितना जल्दी काम शुरू हो, उतना अच्छा है. इस दौरान यह बताया गया कि बिहटा हवाई अड्डा के लिए 126 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया गया है. आगामी तीन महीने में 108 एकड़ भूमि जमीन एयरपोर्ट ऑथिरिटी ऑफ इंडिया को हस्तांतरित करदिया जायेगा.
इसके अलावा पूर्णिया हवाई अड्डा के लिए 50 एकड़ जमीन भी ट्रांसफर कर दिया जायेगा. गया के लिए कुल 100 एकड़ जमीन का अधिग्रहण होना है, जिसमें 30 एकड़ जमीन का अधिग्रहण हो चुका है. शेष 70 एकड़ जमीन का विवाद लैंड ट्रिब्यूनल में चल रहा है. विवाद के जल्द ही समाप्त होने की संभावना है. इसके बाद यह जमीन भी ट्रांसफर कर दी जायेगी. सीएम ने कहा कि राज्य में हवाई मार्ग से क्षेत्रीय संपर्कता बढ़ाने के लिए जितनी भी रियायतों की जरूरत होगी, वह राज्य सरकार अपने स्तर पर देगी. बिहार में विकास हो रहा है
और यहां से नियमित विमान सेवाएं होनी चाहिए. इससे राज्यभर के लोगों को लाभ होगा. सीएम ने कहा कि गया एयरपोर्ट पर काफी ध्यान देने की जरूरत है. गया भौगोलिक रूप से काफी महत्वपूर्ण है. यहां विमानन के क्षेत्र में विकास और विमान सेवाओं के विकास से न सिर्फ बिहार बल्कि झारखंड के उत्तरी इलाके में रहने वाले लोगों को भी काफी सुविधा होगी. बिहार में नियमित विमान सेवाएं होनी चाहिए, इससे राज्य भर के लोगों को लाभ मिलेगा. यहां के लोग जहां रहते हैं, जहां से उनका रिश्ता है, वहां भी आने-जाने में काफी सुविधा होगी. इस दौरान केंद्रीय विमानन मंत्री ने कहा कि बिहार में नागर विमानन के क्षेत्र में एक सुनहरा भविष्य देखते हैं.
सात शहरों में विमानन के क्षेत्र में विकास का प्रस्ताव प्रस्तुत : इस कार्यक्रम के दौरान भारतीय विमानन प्राधिकरण के एस राहेजा ने प्रस्तुतीकरण दिया. इसमें पटना, बिहटा, गया, पूर्णिया, रक्सौल, दरभंगा और मुजफ्फरपुर शहरों में हवाई अड्डों के विकास से संबंधित प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया है.
इस प्रस्ताव पर विस्तार से चर्चा की गयी. आने वाले समय में इन्हें विकसित करने की विस्तृत कार्ययोजना तैयार की जायेगी. सीएम ने कहा कि बिहार में आने वाले घरेलू पर्यटकों की संख्या में 68 प्रतिशत तथा विदेशी पर्यटकों की संख्या में नौ प्रतिशत की वृद्धि हुई है. इसमें गया हवाई अड्डा बेहद खास है. गया में पूरे देश से लोग पिंडदान करने आते हैं. यह बौद्ध धर्म के लिए भी सबसे महत्वपूर्ण स्थान है.
बोधगया पास में मौजूद होने के कारण यह स्थान ज्यादा अहम हो जाता है. इस दौरान मंत्रिमंडल विभाग के प्रधान सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा ने क्षेत्रीय संपर्कता योजना के अंतर्गत हवाई रास्तों के संबंध में जानकारी दी.
इस मौके पर सीएस अंजनी कुमार सिंह, सीएम के प्रधान सचिव चंचल कुमार, अध्यक्ष नागर विमानन प्राधिकरण गुरु प्रसाद महापात्रा, सीएम के सचिव अतीश चंद्रा एवं मनीष कुमार वर्मा, विमानन मंत्रालय के संयुक्त सचिव अरुण कुमार एवं उषा पाढ़ी समेत केंद्रीय विमानन मंत्रालय और भारतीय वायुसेना के वरीय अधिकारी मौजूद थे.
सुविधा, गतिमान और हमसफर एक्स में भी सफर करेंगे रेलकर्मी
संजीत उपाध्याय
आरा : रेलकर्मी अब सुविधा, गतिमान व हमसफर एक्सप्रेस ट्रेन में भी सफर कर सकते हैं. इन ट्रेनों में भी रेलवे द्वारा जारी पास मान्य होगा. रेलवे बोर्ड ने इस नियम को लागू करने के लिए देश के सभी जोनल कार्यालयों को आदेश जारी किया है. इसे लागू करने के लिए बुधवार की देर रात रेलवे द्वारा पत्र जारी किया गया है.
इस नियम के लागू होने से देश के लाखों कर्मचारी लाभांवित होंगे. इसका लाभ रिटायर कर्मियों को भी मिलेगा. पिछले दिनों नयी दिल्ली में प्रेमग्रुप की मीटिंग हुई थी. बैठक में रेल यूनियन के नेताओं ने इस मुद्दे को उठाया था. इसी आलोक में रेलवे ने 12 जुलाई को एक आदेश जारी किया है. पहले से ही रेलकर्मियों को राजधानी, शताब्दी व दुरंतो जैसी ट्रेन में पास पर सफर करने की सुविधा मिलती थी
लेकिन यह सुविधा, गतिमान व हमसफर में रेलवे पास मान्य नहीं था. इसके कारण रेलकर्मी इन ट्रेनों में सफर नहीं कर पा रहे थे. रेलवे यूनियन के नेताओं ने इस फैसले का स्वागत किया है.
क्या कहते हैं यूनियन के अध्यक्ष
इन ट्रेनों में रेलकर्मियों का पास मान्य नहीं था. इसके लिए यूनियन के नेताओं ने काफी लड़ाई लड़ी. उसी का नतीजा है कि रेलवे बोर्ड ने सुविधा, गतिमान व हमसफर में रेलवे पास को मान्य किया है. रेलवे के इस फैसले का यूनियन स्वागत करती है. कर्मचारियों के हित के लिए लड़ाई जारी रहेगी.
मनोज पांडेय, अध्यक्ष ईस्ट सेंट्रल कर्मचारी यूनियन, बक्सर शाखा
गरीब रथ व तेजस जैसी ट्रेनों में अभी रेलवे द्वारा पास को मान्य नहीं किया गया है. इन ट्रेनों में किसी तरह का पास मान्य नहीं है. यहां तक कि पत्रकारों व अन्य लोगों के लिए भी इन ट्रेनों में पास मान्य नहीं है.
सॉफ्टवेयर में होगा बदलाव
आदेश के बाद से रेलवे के साफ्टवेयर को भी अपडेट किया जायेगा. सभी जोनल कार्यालय के अधिकारियों को निर्देश दिया गया है. आने वाले दिनों में साॅफ्टवेयर अपडेट हो जायेगा. इसके बाद रेलकर्मियों को पास पर यात्रा करने की सुविधा इन ट्रेनों में मिल जायेगी.