पीएमसीएच में चल रहा इलाज, हालत गंभीर अपार्टमेंट में किशोर के सिर पर गिरी लिफ्ट

पटना : बुद्धा कॉलोनी के शैल विला अपार्टमेंट में शनिवार की सुबह 8.40 बजे दर्दनाक हादसा हुआ. अपार्टमेंट में ड्यूटी करने वाले गार्ड का बेटा मोहित (15) के सिर पर अपार्टमेंट में लगी लिफ्ट की मशीन गिर गयी. इससे वह बुरी तरह से जख्मी हो गया. उसका सिर कुचल गया है. अपार्टमेंट सोसाइटी के कोषाध्यक्ष […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2017 8:49 AM
पटना : बुद्धा कॉलोनी के शैल विला अपार्टमेंट में शनिवार की सुबह 8.40 बजे दर्दनाक हादसा हुआ. अपार्टमेंट में ड्यूटी करने वाले गार्ड का बेटा मोहित (15) के सिर पर अपार्टमेंट में लगी लिफ्ट की मशीन गिर गयी. इससे वह बुरी तरह से जख्मी हो गया. उसका सिर कुचल गया है. अपार्टमेंट सोसाइटी के कोषाध्यक्ष हीरा रत्न महतो ने उसे घायल अवस्था में पीएमसीएच में भरती कराया जहां उसकी हालत चिंताजनक बनी हुई है. वह जिंदगी और मौत से संघर्ष कर रहा है.

दरअसल पत्रकार नगर थाना क्षेत्र के गांधीनगर, हनुमान नगर का रहनेवाला प्रमोद कुमार बुद्धा कॉलोनी में शैल विला अपार्टमेंट में गार्ड का काम करता था. इस अपार्टमेंट में कुल 22 फ्लैट हैं. प्रमोद यहां देखभाल करता है. दो दिन पहले वह छुट्टी लेकर घर गया था. इस दौरान उसने अपने बेटे को अपार्टमेंट में बुला लिया था. उसने कहा था कि जब तक वह घर से नहीं आता है, तब तक वह अपार्टमेंट की सुरक्षा का ध्यान दे. इस बीच शनिवार की सुबह मोहित लिफ्ट के पास गया और स्विच को दबा दिया.

इस दौरान लिफ्ट नीचे की तरफ आ रहा था. इस बात से मोहित अनजान था. वह लिफ्ट के डोर में बने होल के रास्ते सिर डाल कर अंदर झांक रहा था. इस दौरान लिफ्ट मशीन नीचे आयी और उसके सिर पर गिर गयी. इस दौरान उसका सिर बुरी तरह से कुचल गया. लिफ्ट में पूरा खून फैल गया. फिर मोहित के चिल्लाने पर नीचे मौजूद सारे लोग वहां पहुंचे, तो उसे निकाले. फिर उसे तत्काल पीएमसीएच ले जाया गया. पुलिस को सूचना दी गयी. मौके पर पहुंची पुलिस ने उसके घरवालों को सूचना दी. घरवाले पीएमसीएच में पहुंच गये हैं. उसका इलाज जारी है.

क्या है बिल्डिंग बायलॉज
अपार्टमेंट का नक्शा पास करते समय ही लिफ्ट का लगना तय हो जाता है. नगर निगम की ओर से तैयार बिल्डिंग बायलॉज, 2014 में भी इसका प्रावधान है. जानकारों के अनुसार प्रत्येक तीन मंजिल और 20 फ्लैट के हिसाब से दो लिफ्ट लगाना ही होता है. इसके बाद आइएसआइ मार्क लगे कंपनी की लिफ्ट को इंस्टॉल करना होता है. लिफ्ट लगाने वाली एजेंसी के साथ एनुअल मेंटेनेंस कॉन्ट्रैक्ट साइन किया जाता है. एक साल एजेंसी देखदेख करती है.

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