मोतियाबिंद पर 19 को डॉ आलोक से पूछें सवाल

पटना : मोतियाबिंद किसे कहते हैं? क्या मोतियाबिंद ठीक हो सकता है ? क्या ऑपरेशन ही इसका एकमात्र रास्ता है या दवा के माध्यम से भी इसे ठीक किया जा सकता है? मोतियाबिंद के शिकार मरीजों व उनके परिजनों में इस बीमारी को लेकर कई भ्र्रांतियां होती हैं. उनकी इस भ्रांति को दूर करने के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 17, 2017 8:30 AM
पटना : मोतियाबिंद किसे कहते हैं? क्या मोतियाबिंद ठीक हो सकता है ? क्या ऑपरेशन ही इसका एकमात्र रास्ता है या दवा के माध्यम से भी इसे ठीक किया जा सकता है? मोतियाबिंद के शिकार मरीजों व उनके परिजनों में इस बीमारी को लेकर कई भ्र्रांतियां होती हैं.
उनकी इस भ्रांति को दूर करने के लिए प्रभात खबर 19 जुलाई (बुधवार) को दोपहर 12 से 1 बजे तक प्रभात खबर कार्यालय में टेली काउंसेलिंग का आयोजन कर रहा है. इस टेली काउंसेलिंग में प्रसिद्ध नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ आलोक टेकरीवाल आम लोगों के सवालों का जवाब देंगे. डॉ आलोक बतायेंगे कि कितने तरीके से मोतियाबिंद का ऑपरेशन किया जा सकता है? इसमें लेंस कितने तरह के होते हैं और किस व्यक्ति के लिए कौन सा लेंस उपयोगी होता है ?
कौन हैं डॉ आलोक टेकरीवाल
डॉ आलोक टेकरीवाल लंदन के लिंकनशायर हॉस्पीटल में मूल सलाहकार के पद पर कार्यरत हैं. मोतियाबिंद एवं रेटिना संबंधित बीमारियों में इनकी विशेष रुचि है. इनके पिता डॉ मंगतू राम बिहार के प्रसिद्ध नेत्र रोग सर्जन हैं.
डॉ आलोक की ख्वाहिश पटना के विलास नेत्रालय अस्पताल को नेत्र का सुपर स्पेशयलिटी बनाने की है. इसके लिए वो हर दो महीने के बाद एक महीने के लिए इस अस्पताल को अपनी सेवा प्रदान करते हैं. विलास नेत्रालय में सेंचुरियन फेको मशीन, जेसिस ऑपरेटिंग माइक्रोस्कोप और टॉपकॉन ऑटोमेटिक नन कांटैक्ट टोनोमीटर सहित कई आधुनिक मशीनों की शृंखला है.

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