अमरनाथ हादसा : पांच शव पहुंचे, एक आज आयेगा
पटना : जम्मू कश्मीर के रामबन जिले में अमरनाथ यात्रा के दौरान सड़क दुर्घटना का शिकार हुए दानापुर के छह लोगों में पांच मृतकों के पार्थिव शरीर सोमवार को हवाई मार्ग से पटना लाये गये. देर रात इन शवों का अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया. कहा था शिवजी के दर्शन कर जल्द घर […]
पटना : जम्मू कश्मीर के रामबन जिले में अमरनाथ यात्रा के दौरान सड़क दुर्घटना का शिकार हुए दानापुर के छह लोगों में पांच मृतकों के पार्थिव शरीर सोमवार को हवाई मार्ग से पटना लाये गये. देर रात इन शवों का अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया.
कहा था शिवजी के दर्शन कर जल्द घर लौटेंगे, ताबूत में एक साथ पहुंचे पांच शव, तो फफक पड़ा पूरा दानापुर
एयर इंडिया की फ्लाइट संख्या 415 से शाम 8.15 बजे पटना एयरपोर्ट पर पहुंचे शव
अमरनाथ यात्रा के दौरान जम्मू के बनिहाल के नाचिलाना इलाके में बस हादसे में असमय मौत के शिकार बने दानापुर के छह श्रद्धालुओं में पांच के शव सोमवार को एयर इंडिया की फ्लाइट संख्या 415 से शाम 8.15 में एयरपोर्ट पर पहुंचे. राहुल कुमार का शव मंगलवार को लाया जायेगा.
इधर, शवों को एयरपोर्ट से दानापुर लाये जाने के दौरान यहां बड़ा ही दुखद और गमगीन माहौल रहा. लोग अपनी आंखों में छलकते आंसू रोक नहीं पा रहे थे. परिजनों के चीत्कार से सबका कलेजा फटा जा रहा था. घर-गृहस्थी उजड़ जाने के गम में मृतकों का परिवार दहाड़ें मार कर अपनी व्यथा कहता रहा. वहीं एयरपोर्ट पर ही मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये का चेक भी दिया गया.
पापा क्यों सोये हैं, उठिए न, आपको क्या हो गया
दानापुर. सगे भाई पवन व दिलीप का शव पहुंचे ही परिजन चीत्कार कर उठे और रोते-बिलखते हुए कह रहे थे कि अब केकरा भरोसे जीवन कटतई और कौन तन्नू , तान्या, भोला व शिवम के देखभाल करतई. रोते हुए पवन की पत्नी रिंकी बार-बार बेहोश हो जा रही थी. मुहल्ले वाले परिजनों को ढांढस बंधा रहे थे. रोते हुए रिंकी कह रही थी कि कौन गलती के सजा देला भगवान जी. मांग के सिंदूर छीन लेला. पवन की बेटी तन्नु व तान्या पिता के शव से लिपट कर झकझोर कर उठाने का प्रयास कर रही थी और रट लगा रही थी कि पापा उठियेे न, आपको क्या हो गया है, आप उठ क्यों नहीं रहे है? वही, दिलीप की पत्नी व पुत्री निधि व बेटा रिषू का बुरा हाल था.
हर साल यात्रा जाती थी मीना
दानापुर. अमरनाथ यात्रा हादसे में मृत हुई मीना देवी का शव सोमवार की रात बीबीगंज स्थित आवास पर पहुंचा. शव पहुंचने के पूर्व ही घर के पास पूरे मुहल्ले के लोग जमा हो गये थे. शव जैसे ही पहुंचा, वैसे ही मुहल्ले के लोग गमगीन को हो गये. शव को देखते ही बेटा दिलीप व अमन लिपट कर रोने लगा. उनके मुंह से एक ही आवाज बार-बार निकल रही थी कि अब उन लोगों की देखभाल कौन करेगा. अब कौन घर में पूजा -पाठ करतई मईया. कौन जतई अमरनाथ यात्रा और बाबा धाम .
परिजनों के चीत्कार से गूंज उठा आसमां
दानापुर : रोहित का शव पहुंचे ही परिजन चीत्कार कर उठे. रोते हुए मां साधना देवी व पिता श्याम प्रसाद शव को देखते ही लिपट गये और राेने लगे. माता-पिता के मुंह से बस एक ही बात निकल रही थी कि भगवान कौन गलती के सजा देलक. रोहित के शव पहुंचे ही झुनझुन रोड में कोहराम मच गया और मुहल्ले के लोगों के भी आंखों से आंसू निकल गये. रोते हुए मां साधना देवी कह रही थी कि बेटवा हर पर्व में पूजा-पाठ करअ हलई. छठ व्रत समेत अन्य व्रत हमेशा करता था. उसके कारण ही घर में छठ व्रत होता था.
सागर का शव पहुंचते ही इमलीतल में पसरा मातम
दानापुर : सोमवार की रात इमलीतल स्थित आवास पर सागर का शव पहुंचे ही परिजन के क्रंदन से पूरा मुहल्ला गमगीन हो गया. शव पहुंचने के पूर्व ही लोग उनके घर पर तो जुट गये थे, लेकिन मातम पसरा था. सागर की मां मुन्नी देवी व पिता प्रदीप कुमार अपने पुत्र के शव से लिपट गये और रोते हुए कह रहे थे कि अब कौन घर के देखभाल करतई. सागर का शव फुल जाने के कारण मां मुन्नी शुरू में पहचान नही पायी . बाद में सागर के पिता प्रदीप व भाई नीतीश ने शव को पहचान करते हुए कहा किसागर का शव है . शव को अंतिम संस्कार के लिए पीपा पुल घाट ले जाये गया. जहां पर देर रात अंतिम संस्कार कर दिया गया.
1. दानापुर स्थित घर पर शव पहुंचने के बाद रोते परिवार के सदस्य 2. रोहित के घर के बाहर लगी भीड़ और रोते परिजन 3. मीना देवी के बेटे को सांत्वना देते पड़ोसी 4. यह दृश्य दानापुर के लगभग हर घर का था, जहां हर कोई उदास बैठा था.
5. एयरपोर्ट पर ताबूत में पहुंची लाशें 6. एयरपोर्ट पर रोते-बिलखते परिजन 7. ताबूत को देखकर फफक पड़ा मीना देवी का परिजन 8. अपने परिजन के ताबूत के साथ उदास बैठा परिवार का एक सदस्य.