पटना सिटी : नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एक ही भवन में इमरजेंसी, लेबर रूम, औषधि, हड्डी, सर्जरी व शिशु रोग विभाग के बेड लगे भवन बनाने का प्रस्ताव स्वास्थ्य विभाग को दिया गया है. अस्पताल अधीक्षक ने इस सिलसिले में प्रधान सचिव को पत्र भेजा है. पत्र में कहा गया है कि अस्पताल में मरीजों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ रही है. उचित व्यवस्था के लिए 500 बेड का नया भवन बनवाया जाये.
भवन में क्या-क्या बनेगा : 500 बेड के नये भवन का जो प्रस्ताव भेजा गया है. उसमें इमरजेंसी के लिए 100 बेड, महिला व प्रसूति (लेबर रूम) के लिए 100 बेड, मेडिसिन विभाग को 100 बेड, शिशु रोग विभाग के लिए 50 बेड, सर्जरी विभाग के लिए 75 बेड व हड्डी रोग के लिए 75 बेड की व्यवस्था होगी.
अस्पताल के अधीक्षक डॉ आनंद प्रसाद सिंह ने बताया कि नया भवन के बन जाने से मरीजों को काफी सहूलियत होगी. 780 बेड के नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल की 30 बेड वाली इमरजेंसी में किसी तरह 50 बेड लगाये गये हैं.जो मरीजों की बढ़ती संख्या की स्थिति में कम पड़ गये हैं. मरीज बढ़ने पर बरामदा में नीचे लिटा कर उपचार करना पड़ता है.
प्रमंडलीय आयुक्त ने दिया था आदेश
रोगी कल्याण समिति की आयोजित बैठक में प्रमंडलीय आयुक्त आनंद किशोर ने इमरजेंसी के 30 बेड को बढ़ा कर 100 बेड करने, लेबर रूम में 25 लेबर टेबल के साथ पोस्ट ऑपरेटिव वार्ड के लिए 50 अतिरिक्त बेड की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया था . ऐसे में जगह की कमी से इमरजेंसी में बेड नहीं बढ़ा पा रहे, तो 500 बेड के नया भवन बनाने का प्रस्ताव भेजा है. बताते चलें कि अस्पताल में प्रतिदिन 1800 से 2000 के बीच मरीज उपचार कराने के लिए ओपीडी, इमरजेंसी व इंडोर में आते हैं.यह संख्या बढ़ कर सोमवार को 2400 से 2500 चली जाती है.