तीन रूम में 16 शिक्षक पढ़ाते हैं 500 छात्रों को

मनेर के दयापुर हाइस्कूल में निरीक्षण में पकड़ में आयी गड़बड़ी पटना : एक बेंच पर पांच से छह विद्यार्थी बैठे थे. सीट नहीं मिला, तो कुछ खड़े भी थे. क्लास रूम में हर जगहों का पूरा इस्तेमाल हो रहा था. वहीं, क्लास रूम में एक शिक्षक नहीं कई शिक्षक साथ मिल कर अलग-अलग विषयों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 18, 2017 8:34 AM
मनेर के दयापुर हाइस्कूल में निरीक्षण में पकड़ में आयी गड़बड़ी
पटना : एक बेंच पर पांच से छह विद्यार्थी बैठे थे. सीट नहीं मिला, तो कुछ खड़े भी थे. क्लास रूम में हर जगहों का पूरा इस्तेमाल हो रहा था. वहीं, क्लास रूम में एक शिक्षक नहीं कई शिक्षक साथ मिल कर अलग-अलग विषयों को पढ़ा रहे थे.
विद्यार्थियों को समझ में आये या न आयें, लेकिन क्लास चल रही थी. स्कूल में पढ़ाई की यह स्थिति स्कूल के औचक निरीक्षण के दौरान मिला. दयापुर हाइस्कूल, मनेर में सोमवार को पटना जिला शिक्षा कार्यालय की ओर से औचक निरीक्षण किया गया.
स्कूल में कमरे छह पर इस्तेमाल हो रहा बस तीन : ऐसा नहीं है कि इस स्कूल में क्लास रूम नहीं है. स्कूल में क्लास रूम की संख्या छह है.
लेकिन, तीन क्लास रूम में टूटे हुए बेंच-डेस्क रखे हुए हैं. इससे इस कमरे का इस्तेमाल पठन-पाठन के लिये नहीं हो रहा है. बाकी बचे हुए तीन कमरे में क्लास चलती है. चूंकि एक ही समय स्कूल का है, तो तीन कमरे में एक साथ कई सेक्शन के क्लास चलते हैं. निरीक्षण में पाया गया कि स्कूल के इन तीन कमरों में ही पढ़ाई होती है.
इस दौरान हर क्लास रूम में भर-भर कर विद्यार्थियों को बैठाया जाता है. विद्यार्थियों के अलावा क्लास रूम में एक साथ कई शिक्षक अलग-अलग क्लास लेते रहते हैं. जिला शिक्षा कार्यालय द्वारा पटना के केवी सहाय हाइस्कूल के अलावा मनेर के दो और स्कूलों का निरीक्षण किया गया. दयापुर हाइस्कूल के अलावा कन्या उच्च विद्यालय, मनेर और नीलकंठ उच्च विद्यालय, चुराखंड टोला, मनेर भी शामिल है.
कोट
स्कूलों के निरीक्षण में कई तरह की गड़बड़ियां आयी है. इसके लिये स्कूलों को सुधरने का मौका दिया गया है. अगर एक महीने में स्कूल की व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ, तो शोकॉज किया जायेगा.
डाॅ अशोक कुमार, डीपीओ, जिला शिक्षा कार्यालय

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