डेयरी उद्योग को बढ़ावा देगी राज्य सरकार

पटना : प्रदेश सरकार ने डेयरी उद्योग को बढ़ावा देने के लिए निजी निवेशकों को अवसर देने का निर्णय लिया है.फिलहाल 17 जिलों में इसे लागू किया जायेगा. इससे पहले प्रदेश के 38 में से 21 जिलों में कम्फेड ने दुग्ध उत्पादन और संग्रह का सहकारी तंत्र विकसित कर डेयरी उद्योग का विकास किया है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 18, 2017 8:46 AM
पटना : प्रदेश सरकार ने डेयरी उद्योग को बढ़ावा देने के लिए निजी निवेशकों को अवसर देने का निर्णय लिया है.फिलहाल 17 जिलों में इसे लागू किया जायेगा. इससे पहले प्रदेश के 38 में से 21 जिलों में कम्फेड ने दुग्ध उत्पादन और संग्रह का सहकारी तंत्र विकसित कर डेयरी उद्योग का विकास किया है. पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग ने कहा है कि राज्य सरकार ने समीक्षा के बाद निर्णय लिया है कि 17 जिलों में निजी निवेशकों को अपना डेयरी उद्योग स्थापित करने का अवसर दिया जा सकता है. इनके माध्यम से ही इन जिलों में दुग्ध उत्पादन और संग्रह तंत्र का विकास किया जायेगा. इससे क्षेत्र में रोजगार के अवसर तो पैदा होंगे.
21 जिलों में कम्फेड को है अनुमति
बिहार में सहकारी संस्था कम्फेड के माध्यम से 21 जिलों में डेयरी उद्योग का विकास किया गया है. कम्फेड ने ग्रामीण क्षेत्रों में छोटी इकाइयों में बिखरे उत्पादकों को मिलाकर स्थानीय स्तर पर समितियां बनायीं. फिर उनसे दूध संग्रह किया. डेयरी में मशीनों द्वारा पाश्च्युराइज कर उसे ग्राहकों तक पहुंचाया गया. कम्फेड के तहत पांच दुग्ध उत्पादक संघ हैं जो करीब 13 हजार समितियों के जरिये अपना व्यवसाय करते हैं.
बिहार में दूध की खपत
राष्ट्रीय स्तर पर प्रति व्यक्ति जहां दूध की खपत 350 मिली है वहीं बिहार में यह केवल 184 मिली प्रति व्यक्ति है. दूध उत्पादन में बिहार का देश में नौवां स्थान है. पूरे देश में करीब 14.63 करोड़ लीटर दूध का उत्पादन होता है वहीं इसमेंबिहार की हिस्सेदारी महज 5.6 फीसदी है.
किन जिलों में मिलेगा अवसर
पूर्वी चंपारण, लखीसराय, सीतामढ़ी, प चंपारण, मधेपुरा, पूर्णिया, गया, नवादा, शेखपुरा, औरंगाबाद, अररिया, गोपालगंज, कटिहार, किशनगंज, जहानाबाद, शिवहर और अरवल जिलों में डेयरी उद्योग लगाने के लिए निजी निवेशकों को अवसर मिलेगा.

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