पटना : बिहार भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने एक बार फिर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर निशाना साधा है. सुशील मोदी ने कहा कि तेजस्वी यादव 26 की उम्र में 26 संपत्ति के मालिक कैसे बन गये. उन्होंने कहा कि उस समय उन्हें अपने दाढ़ी-मूंछ की याद क्यों नहीं आयी.सुशीलमोदी ने कहा कि तेजस्वी प्रसाद यादव एवं 7 अन्य परसीबीआईने आपराधिक साजिश के साथ धोखाधड़ी की धारा आर डब्लू 420 तथा भ्रष्टाचार निवारक अधिनियम 1988 की धारा 12-2 आर डब्लू 130-1 के तहत मामला दर्ज किया है. उन्होंने एफआइआर का हवाला देते हुए कहा कि 2010 से 2014 के बीच प्रेम चंद्र गुप्ता की पत्नी सरला गुप्ता ने डिलाइट मार्केटिंग कंपनी को राबड़ी देवी एवं तेजस्वी यादव को स्थानांतरित कर दिया, यानी जिस समय तेजस्वी यादव कंपनी के मालिक बने वह बालिग थे और उन्हें दाढ़ी-मूंछ थी, वह बिना मूंछ के नहीं थे, जैसा वह दावा करते हैं.
सुशील मोदी ने प्राथमिकी का हवाला देते हुए कहा कि 2014 में जब तेजस्वी यादव 24 वर्ष के थे, जब डिलाइट मार्केटिंग के शेयर पूरी तरह तेजस्वी को ट्रांसफर किये गये, उस समय बाजार दर 94 करोड़ तथा सर्किट रेट 32.05 करोड़ की जमीन को मात्र 65 लाख में कब्जे में लिया गया. उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव जब नाबालिग थे, उस समय कांति सिंह और रघुनाथ झा की करोड़ों की जमीन सहित मकान दान में स्वीकार करने में उन्हें कोई हिचक नहीं हुई. तेजस्वी यादव के नाम गोपालगंज और पटना में कुल 13 संपत्तिनिबंधित है. यह सभी संपत्ति उस समय रजिस्ट्री करायी गयी जब वो नाबालिग थे.
सुशील मोदी ने कहा कि दो संपत्ति उस वक्त निबंधित हुई, जब वह मात्र तीन वर्ष के थे. बाकी सभी सम्पत्ति जब लालू जी रेल मंत्री थे उस दौरान तेजस्वी यादव के नाम रजिस्ट्री की गयी जब वे नाबालिग थे. यानी नाबालिग बिना मूंछ के रहते उन्होंने इतनी संपत्ति इकट्ठा कर ली, लेकिन उस समय उन्होंने कभी संपत्ति लेने से इनकार नहीं किया. डिलाइट मार्केटिंग की तीन एकड़ जमीन पर जब सरला गुप्ता ने तेजस्वी को 2013-14 में सौंपी, उस समय वे दाढ़ी-मूंछ सहित पूर्व रूप से बालिग थे.
सुशील मोदी ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि जब तेजस्वी तीन एकड़ जमीन पर सात लाख 66 हजार स्कवायर फीट के 12 फ्लोर के बिहार के सबसे बड़े माल के निर्माण का एग्रीमेंट पांच मई, 2016 को सुरसंड विधायक दोजाना की कंपनी के साथ उस वक्त किया गया, जब तेजस्वी यादव बालिग ही नहीं संवैधानिक पद पर बैठे हुए थे. उन्होंने कहा कि डिलाइट मार्केटिंग, एबी एक्सपोर्ट, एके इंफोसिस्टम के माध्यम से जब तेजस्वी दिल्ली एवं पटना की 13 अन्य संपत्ति के मालिक बने उस समय तेजस्वी बच्चे नहीं बल्कि 23 वर्ष के बालिग नव जवान थे. इस प्रकार तेजस्वी यादव कुल 26 संपत्ति के मालिक हैं, इसमें से 13 संपत्ति कंपनियों के माध्यम से और 13 उनके नाम से निबंधित हैं. कुल 26 संपत्ति में से 13 के मालिक वे तब बन गये या तो वे बच्चे थे या फिर आठवीं और नौवीं कक्षा में पढ़ाई कर रहे थे. जब वे 13 संपत्ति के मालिक तब बने, जब वे 24 वर्ष की उम्र में पूरी तरह बालिग थे.
उन्होंने कहा कि उपरोक्त 26 में से 13 संपत्ति को आयकर विभाग ने बेनामी संपत्ति घोषित कर दिया है. गिफ्ट लेते समय या जमीन लिखवाते समय कभी नहीं कहा कि मुझे दाढ़ी-मूंछ नहीं है, इसलिए जमीन नहीं लूंगा. सुशील मोदी ने कहा कि दाढ़ी-मूंछ होने पर 13 बेनामी संपत्ति के मालिक बन गये और फंस गये तो कहते हैं कि मुझे तो उस समय दाढ़ी-मूंछ भी नहीं थी.