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नीतीश-तेजस्वी मीटिंग : महागठबंधन में सुलह पर सस्पेंस कायम! पढ़ें… किसने क्या कहा

पटना : होटल के बदले भूखंड मामले मेंकेंद्रीयजांच एजेंसी सीबीआइ द्वारा आरोपी बनाए गयेराजदसुप्रीमो लालू प्रसाद यादवके छोटे पुत्रऔर बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उनके कक्ष मेंमंगलवार शाम हुई मुलाकात के बादसूबे में सत्ताधारी जदयू और राजद के बीच सबकुछ ठीक हो जाने की अटकलों के बीच जदयू ने दोनों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 19, 2017 8:10 PM

पटना : होटल के बदले भूखंड मामले मेंकेंद्रीयजांच एजेंसी सीबीआइ द्वारा आरोपी बनाए गयेराजदसुप्रीमो लालू प्रसाद यादवके छोटे पुत्रऔर बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उनके कक्ष मेंमंगलवार शाम हुई मुलाकात के बादसूबे में सत्ताधारी जदयू और राजद के बीच सबकुछ ठीक हो जाने की अटकलों के बीच जदयू ने दोनों की मुलाकात को नियमित बैठक बताते हुए आज फिर से अपने रुख को दोहराते हुए तेजस्वी से पूर्ण तथ्यों के साथ जनता के बीच जाने को कहा.

भ्रष्टाचार के मामले बिल्कुल बर्दाश्त नहीं : जदयू
बिहारकैबिनेटकी मंगलवार को संपन्नहुई बैठक के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वीयादव की मुलाकात को लेकर महागठबंधन में सबकुछ ठीक-ठाक हो जाने के बारे में पूछे जाने पर जदयू प्रवक्ता अजय आलोक ने कहा, यह भी कहने की क्या जरुरत है कि सबकुछ ठीक हो गया. गड़बड़ हुई कहां थी. गठबंधन में कोई गड़बड़ी तो थी नहीं. उन्होंने कहा कि आज भी हमारा वही रुख है कि भ्रष्टाचार के मामले में बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करना. जिनपर आरोप लगे हैं वह सार्वजिनक रूप से सामने आकर तथ्यों के साथ स्पष्टीकरण दें.

तेजस्वी को देना होगा जवाब : अजय आलोक
अजय आलोक ने कहा, इन दोनों बातों का कोई संबंध नहीं है. राजनीतिक और आधिकारिक. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से वह अधिकारिक तौर पर मिल रहे हैं. हम यहां बात कर रहे हैं अपनी पार्टी की ओर से जो कि राजनीतिक बातें हैं. हमारी पार्टी का जो रुख है उस पर राजद और उसके नेता तेजस्वी यादव को जवाब देना है. हम आज भी इंतजार कर रहे हैं. उन्होंनेयहजरूर दावा किया कि महागठबंधन बहुत मजबूत है. उसमें कोई दिक्कत नहीं.

15 जुलाई को सरकारी कार्यक्रम में नदारद थे तेजस्वी
जदयू के दूसरे प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने भी मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री की मुलाकात को सरकारी कार्यों को लेकर ‘सामान्य’ बैठक बताया. होटल के बदले भूखंड मामले को लेकर जदयू और राजद के बीच बढ़ी कटुता के बीच गत 15 जुलाई को पटना में आयोजित एक सरकारी कार्यक्रम में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शामिल हुए थे लेकिन उसमें उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव नदारद थे जिससे इस कटुता के चरम सीमा पर पहुंच जाने की अटकलें लगायी जाने लगी थी. इस बीच तेजस्वी ने कल शाम में नीतीश की अध्यक्षता में संपन्न मंत्रिपरिषद में भाग लिया था.

कैबिनेट की बैठक में तेजस्वी-तेजप्रताप भी हुए शामिल
पटना स्थित पुराने सचिवालय में कल शाम करीब एक घंटे तक चली राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक के बाद तेजस्वी मुख्यमंत्री के कक्ष में गए थे और उनसे उनकी यह मुलाकात करीब 45 मिनट चली थी. प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री और तेजस्वी के भाई तेजप्रताप यादव और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष एवं शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी भी मुख्यमंत्री के कमरे में मौजूद थे.

लालू कह चुके है, इस्तीफा नहीं देंगे तेजस्वी
उल्लेखनीय है कि लालू प्रसाद के रेल मंत्रित्वकाल के दौरान 2004 में रांची और पूरी स्थित आइआरसीटीसी के दो होटलों के लाइसेंस निर्गत किए जाने के बदले लालू के परिवार को तीन एकड़ भूखंड दिए जाने के आरोप के मामले में तेजस्वी यादव, लालू प्रसाद, राबडी देवी और पांच अन्य का नाम आया था. इसके मद्देनजर सीबीआइ द्वारा लालू के आवास सहित 12 ठिकानों पर छापे के बाद करीब पांच दिनों तक चुप रही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू ने तेजस्वी से उनपर लगे आरोप के बारे में पूर्ण तथ्यों के साथ जनता के सामने जाने के लिए कहा था लेकिन राजद प्रमुख ने अपनी ओर से महागठबंधन तोड़ने से इनकार किया करते हुए अपने विधायक दल के उस निर्णय का उल्लेख किया कि तेजस्वी के इस्तीफा का कहीं कोई प्रश्न ही नहीं उठता.

तेजस्वी ने मीडिया पर साधा था निशाना
लालू यादव ने कार्रवाई को ‘राजनीति से प्रेरित’ बताया था और कहा था कि सारी बातें पहले से ‘पब्लिक डोमेन’ में हैं, जिसे देखना है देख ले. उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने गत 17 जुलाई को एक तरह से अपने इस्तीफा देने की मांग को खारिज करते हुए कहा था कि यह केवल मीडिया में है. गत बुधवार को मंत्रिपरिषद की बैठक के बाद पुराने सचिवालय मुख्य द्वार पर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की प्रतिक्रिया लेने पहुंचे मीडियाकर्मियों के साथ उपमुख्यमंत्री के सुरक्षा गार्डों के कथित दुर्व्यवहार की घटना के बाद कल शाम मंत्रिपरिषद की बैठक के समय मीडियाकर्मियों का पुराने सचिवालय में प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया था और मंत्रिपरिषद की ब्रीफिंग सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के सभागार में हुई.

नीतीश-तेजस्वी की मुलाकात बेहतर संकेत : राजद
जदयू जहां इस बैठक को बहुत महत्व नहीं देते हुए अपने रुख पर कायम रहने की बात कर रही है, वहीं राजद ने उनकी मुलाकात को बेहतर संकेत बताया है. राजद के मंत्री विजय प्रकाश ने मंत्रिपरिषद की बैठक के बाद कल मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री की मुलाकात के बारे में पूछे जाने पर कहा था कि हमलोगों के बीच कोई मतभेद नहीं. महागठबंधन सशक्त है.राजद के मंत्री विजयप्रकाश के बड़े भाई और राजद सांसद जयप्रकाश यादव ने भी दावा किया कि सबकुछ अच्छा है. बहुत अच्छा है.

पटरी पर आ गयी है गाड़ी : शिवानंद तिवारी
राजद के पूर्व मंत्री शिवानंद तिवारी जो कि इस संकट को लेकर लगातार राजद प्रमुख लालू प्रसाद के संपर्क में हैं, ने कहा जो कुछ हुआ है कल बातचीत हुई है. यह स्वागत योग्य है. हम मानते हैं कि गाड़ी पटरी पर आ गयी है. अब इसको गति पकड़ने में विलंब नहीं लगेगा.

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तेजस्वी के इस्तीफे की मांग पर अड़ी भाजपा
भाजपा होटल के बदले भूखंड मामले में तेजस्वी के इस्तीफे की मांग पर अड़ी है. भाजपा के वरिष्ठ नेता नंदकिशोर यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के बीच बंद कमरे में मुलाकात इसका सही जवाब नहीं. उन्होंने मुख्यमंत्री से तेजस्वी को लेकर अपनी चुप्पी तोड़ने का आग्रह किया.

महागठबंधन के बीच नूराकुश्ती : मांझी
भाजपा की सहयोगी पार्टी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने इसे सत्ता से चिपके रहने के बीच महागठबंधन के बीच की ‘नूराकुश्ती ‘ की संज्ञा दी है.

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