जंकशन पर घंटे भर बैठक चलने के बाद सुलझा मामला
पटना : चौबीस घंटे तक चले खींचतान के बाद रविवार की सुबह जंकशन पर सफाई व्यवस्था पटरी पर लौटी. रेल अधिकारियों व ठेकेदार के साथ सफाई कर्मियों की चली बैठक सफल रही. इसमें ठेकेदार ने उनके मासिक मानदेय 4500 को 5000 रुपये करने की घोषणा कर दी. तब जाकर सफाईकर्मी काम के लिए राजी हुए. मालूम हो कि सफाई कर्मियों की संख्या लगभग दो सौ है.
दरअसल पटना जंकशन पर शनिवार की दोपहर तक चले कार्य बहिष्कार के बाद सफाई कर्मी कार्य पर तो लौट गये थे, पर रविवार को फिर से कार्य बहिष्कार की पृष्ठभूमि रात में तैयार होने लगी थी. इसकी भनक जंकशन के सफाई कार्य का ठेका लेनेवाली संस्था खगौल लेबर को-ऑपरेटिव सोसाइटी के संचालक सौरभ कश्यप को हो गयी. अचानक कार्य ठप होने के संकेत मिलने से रेल प्रशासन परेशान हो उठा. शनिवार की देर रात तक सफाई कर्मियों से ठेकेदार व रेल अधिकारियों की बात होती रही. सुबह छह बजे सफाई शुरू होने से पहले सफाई कर्मियों को वार्ता के लिए बुलाया गया.
जंकशन के ऊपरी कक्ष में बैठक की गयी. इस दौरान राजधानी एक्सप्रेस में शराब सप्लाइ के आरोप में पकड़े गये सफाई कर्मी को निदरेष बताते हुए उसे छुड़ाने की मांग रखी गयी और मानदेय बढ़ाने पर भी सफाई कर्मी अड़ गये.
इस पर उमेश को कानून प्रक्रिया के तहत हल निकाले जाने की बात हुई और दूसरी मांग को तत्काल मान लिया गया. गौरतलब है कि इस संबंध में सफाईकर्मी शनिवार को डीआरएम से मिले थे. इसके बाद यह कार्रवाई हुई.