तीन माह में ठीक होंगे दुर्घटना संभावित क्षेत्र

पटना : बिहार सरकार के पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव अमृतलाल मीणा ने शुक्रवार को कहा है कि सड़क सुरक्षा पर ध्यान देनेे का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने निर्देश दिया था. इस पर अमल करते हुए विभिन्न जिलों में एक सौ से ज्यादा ब्लैक स्पॉट की पहचान की गयी है. तीन महीने में सभी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 22, 2017 8:19 AM
पटना : बिहार सरकार के पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव अमृतलाल मीणा ने शुक्रवार को कहा है कि सड़क सुरक्षा पर ध्यान देनेे का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने निर्देश दिया था. इस पर अमल करते हुए विभिन्न जिलों में एक सौ से ज्यादा ब्लैक स्पॉट की पहचान की गयी है. तीन महीने में सभी दुर्घटना प्रभावित इलाकों को ठीक कर दिया जायेगा. साल 2016-17 में 4200 किमी सड़क निर्माण करने का नया रिकॉर्ड बनाया गया है. वहीं पिछले आठ महीने में विभाग को व्हाट्सएप पर चार हजार शिकायतें मिलीं जिनका समाधान किया गया.
विभाग ने कहा है कि सड़कों पर आवागमन सुरक्षित बनाने के लिए विभागीय स्तर पर एक सड़क सुरक्षा सेल बनाया गया है. यह सेल राज्य के सभी प्रमंडल और अंचल स्तर पर ब्लैक स्पॉट, ब्लाइंड टर्निंग और दुर्घटना संभावित क्षेत्रों की पहचान कर उन्हें ठीक करने का उपाय करेंगे जिससे कि जान-माल की हानि नहीं होगी.
साल 2017-18 में 267 पुलों का निर्माण कार्य पूरा किया जायेगा. इसमें से 58 पुल मुख्यमंत्री सेतु योजना से हैं. इस वित्तीय वर्ष में शुरू किये जाने वाले पुलों में पटना के जीपीओ से स्टेशन होते हुए चिरैयाटांड़ फ्लाइओवर, गंडौल-बिरौल के बीच कमला नदी पर पुल और दाउदनगर-नासरीगंज के बीच सोन नदी पर आरसीसी पुल प्रमुख रूप से शामिल हैं. इसके साथ ही कई एनएच को फोर लेन बनाया जा रहा है. इनमें बख्तियारपुर से पटना, बख्तियारपुर से मोकामा, सिमरिया से खगड़िया, भागलपुर से मोकामा एनएच-80 और गया-पटना एनएच-83 मुख्य रूप से शामिल हैं.
शहर में ट्रैफिक की समस्या का होगा समाधान
राजधानी में जीपीओ से एक्जीबिशन रोड जाने वाली फ्लाइओवर दो महीने में शुरू हो जायेगा. बेली रोड में लोहिया पथ चक्र, मीठापुर ऊपरी पुल से भिखारी ठाकुर भाया आर ब्लॉक और मीठापुर फ्लाइओवर से चिरैयाटांड ऊपरी पुल, एम्स से दीघा घाट तक एलिवेटेड कॉरिडोर के भी जल्द शुरू होने की संभावना है. बिहटा एयरपोर्ट को पटना से जोड़ने के लिए डीपीआर बनाने की प्रक्रिया चल रही है. सक्षम एजेंसी की तलाश है.
एम्स-दीघा एलिवेटेड कॉरिडोर सितंबर तक हो सकता है शुरू : साल 2015-16 में कुल 3920 किमी सड़क निर्माण हुआ, जबकि साल 2016-17 में कुल 4200 किमी सड़क बनी जो कि एक रिकॉर्ड है. साल 2017-18 में 146.34 किमी सड़कों का काम पूरा किया जायेगा. इनमें मुख्य रूप से राज्य उच्च पथ संख्या 81, 87, 90 और 91 शामिल हैं. एम्स-दीघा एलिवेटेड कॉरिडोर का काम करीब 85 फीसदी पूरा हो चुका है. सितंबर 2017 तक इसके लोकार्पण होने की संभावना है.

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