पटना. सीबीआइ मुकदमों से घिरे राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद को शनिवार को एक और झटका लगा, जब केंद्र सरकार ने पटना एयरपोर्ट पर उनके वीआइपी प्रवेश पर रोक लगा दी. अब पटना एयरपोर्ट पर लालू प्रसाद और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी बिना सुरक्षा जांच के सीधे रनवे तक नहीं जा सकेंगे.
उन्हें आम नागरिकों की तरह सुरक्षा जांच की प्रक्रिया से गुजरना होगा. अब तक पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व रेल मंत्री की हैसियत से लालू-राबड़ी को बिना सुरक्षा जांच के ही रनवे तक प्रवेश की अनुमति थी. उनकी गाड़ी वीआइपी प्रवेश द्वार से सीधे रनवे तक पहुंचती थी. लेकिन, अब उन्हें एयरपोर्ट के बाहर ही रुकना होगा और सुरक्षा के सारे सेंटरों से होकर गुजरना होगा. केंद्र सरकार के नागरिक विमानन मंत्रालय ने यह आदेश जारी किया है.
सिविल एविएशन सिक्योरिटी ब्यूरो के डायरेक्टर जनरल की ओर से पटना के लोकनायक जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निदेशक को इस आशय का पत्र भेजा गया है. शुक्रवार को ही यह पत्र निदेशालय ने उपलब्ध करा दिया है. पटना एयरपोर्ट के निदेशक राजेंद्र सिंह लाहोरिया ने इसकी पुष्टि की है.
नागरिक विमानन मंत्रालय ने 2009 में लालू प्रसाद और राबड़ी देवी को यह सुविधा प्रदान की थी. उस समय केंद्र में यूपीए की सरकार थी और मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे. आठ साल बाद लालू-राबड़ी को मिली यह सुविधा वापस ले ली गयी है. अब यह सुविधा सिर्फ राज्यपाल, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और स्वास्थ्य कारणों से पूर्व केंद्रीय मंत्री व सांसद शत्रुघ्न सिन्हा को ही प्राप्त होगी. गौरतलब है कि राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी पर हाल ही में सीबीआइ ने रेलवे होटल जमीन घोटाला का एक मामला दर्ज किया है. इस मामले में उनके पुत्र उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव को भी अभियुक्त बनाया गया है.