नयी दिल्ली : बिहारमेंउपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के इस्तीफे को लेकरजदयू और राजदमेंजारी तनातनीके बीच जनता दल यू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने बड़ा बयान दिया है.शरद यादव ने महागठबंधन टूटने की बात पर कहा कि सभी दलों को आपसी सहयोग कर गठबंधन को बचाए रखना होगा. उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूं, ये महागठबंधन चलता रहे.वहीं इस मुद्दे पर जदयू के मुख्य प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा कि पार्टी फोरम में सभी मुद्दों पर बातचीत हो चुकी है और महागठबंधन को बचाने की जिम्मेदारी जदयू के साथ दोनों अन्य दलों की भी है. उन्होंने कहा कि जदयू भ्रष्टाचार से समझौता नहीं करेगा.
मीडिया रिपोट्स के मुताबिकजदयू के प्रवक्ताओं ने भले ही उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है लेकिन पार्टी के पूर्व अध्यक्ष और सांसद शरद यादव इसके पक्ष में नहीं है. उनका मानना हैं कि तेजस्वी यादव के इस्तीफे से ज्यादा जरुरी महागठबंधन को बचाना है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक नीतीश कुमार से शनिवार को मुलाकात के दौरान शरद यादव नेकहा किासीबीआइ की ओर से दर्ज एफआइआर मेंतेजस्वी यादव का सिर्फ नाम शामिल किया गया है आैर अभी वे चार्जशीटेड नहीं है. इस मुद्दे पर महागठबंधन में फूटठीक नहीं है. दोनों नेताओं की मुलाकात करीब एक घंटे तक चली.इसदौरान शरद यादव ने महागठबंधन को राष्ट्रीय स्तर पर ले जानेकीबात करते हुए 2019 के लोकसभा चुनाव मेंविपक्ष की एकजुटता की वकालत की. ऐसा माना जा रहा है किइसदौरान दोनों नेताओं के बीच विधायकों के टूटने के अफवाह के मुद्दे पर भी चर्चा हुई.
इससे पहले दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भोज में शामिल होने के बाद नीतीश कुमार ने राहुल गांधी से मुलाकात की थी. उन्होंने महागठबंधन को लेकर अपनी बात रखीऔर पटना लौटने के बादउनकेद्वारा इस मुद्दे पर फैसला लेने की उम्मीद की जा रही है. वहीं महागठबंधन को लेकर राजनीतिक बयानबाजी अपने चरम पर पहुंच चुकी है. जदयूनेताओं की ओर से बार-बार उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव कोअपनेउपर लगे आरोपों को लेकरजनताके बीच जाकर पक्ष रखने की बात कहीजारही है. उधर, बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री औरभाजपा नेता सुशील मोदी इसे लेकर महागठबंधन की सरकार पर निशाना साध रहे हैं और तेजस्वी यादव के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं.
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