सीतामढ़ी : खुले में शौच कर रहे 16 को डीएम ने पकड़ा, जानिए फिर क्‍या हुआ?

सीतामढ़ी : जिले को खुले में शौच से मुक्त घोषित करने को लेकर जिला प्रशासन ने पूरी ताकत झोंक दी है. खुले में शौच पर रोक लगाने के लिए अब डीएम राजीव रौशन के नेतृत्व में माॅर्निंग फॉलोअप शुरू किया गया है. इसके तहत सोमवार सुबह तीन-चार बजे खुद अपना कारवां लेकर निकले डीएम राजीव […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 25, 2017 8:01 AM
सीतामढ़ी : जिले को खुले में शौच से मुक्त घोषित करने को लेकर जिला प्रशासन ने पूरी ताकत झोंक दी है. खुले में शौच पर रोक लगाने के लिए अब डीएम राजीव रौशन के नेतृत्व में माॅर्निंग फॉलोअप शुरू किया गया है. इसके तहत सोमवार सुबह तीन-चार बजे खुद अपना कारवां लेकर निकले डीएम राजीव रौशन ने सीतामढ़ी-सुरसंड रोड के किनारे शौच कर रहे16 लोगों को पकड़ा.
उन्होंने इन लोगों को कसम खिलायी कि दोबारा ऐसा नहीं करेंगे. डीएम के साथ डीएसओ रविकांत सिन्हा, पुपरी एसडीओ किशोर कुमार, बीडीओ अजीत कुमार, थानाध्यक्ष अजय कुमार व यूनिसेफ की टीम शामिल थी. इसी तरह जिले के अन्य इलाकों में भी प्रशासनिक अधिकारियों ने मॉर्निंग फॉलोअप किया. इस दौरान घर में शौचालय रहने के बाद भी खुले में शौच करने को लेकर डुमरा, सुरसंड, बेलसंड व मेजरगंज से कुल 52 लोग हिरासत में लिये गये. सभी लोगों को सख्त चेतावनी व ओडीएफ को लेकर जिले में धारा 133 लागू होने की जानकारी देते हुए पीआर बांड पर छोड़ दिया गया.
महायज्ञ में अपनी आहुति दें : डीएम राजीव रौशन ने कहा कि खुले में शौचमुक्त समाज की स्थापना करना केंद्र सरकार का संकल्प व बिहार सरकार के सात निश्चय का महत्वपूर्ण लक्ष्य है. इसमें सामाजिक जवाबदेही महत्वपूर्ण है, जिससे सुंदर, सभ्य, सुसंस्कृत व अपराधमुक्त समाज की स्थापना हो सके. यह एक सामाजिक आंदोलन है. सामाजिक बदलाव को लेकर चल रहे महायज्ञ में समाज के सभी वर्गों के लोगों को आहुति देनी चाहिए. ओडीएफ को लेकर जिला प्रशासन संकल्पित है. सामाजिक दायित्व का निर्वहन नहीं करने वाले हठी लोगों पर कानूनी शिकंजा भी कसा जा रहा हैं. विभिन्न निगरानी टीम का गठन किया जा चुका है. शिक्षकों को विद्यालय व घर के आसपास ओडीएफ को लेकर जागरूकता फैलाने का निर्देश दिया गया हैं.

Next Article

Exit mobile version