नैक नहीं, अब थर्ड पार्टी करेगी ग्रेडिंग

पटना : विश्वविद्यालयों अौर कॉलेजों का असेसमेंट अब ‘नेशनल असेसमेंट एंड एक्रिडिएशन ऑफ काउंसिल (नैक)’ की टीम नहीं करेगी. असेसमेंट की जिम्मेवारी थर्ड पार्टी को देने की तैयारी की जा रही है. नयी गाइड लाइन में इसके प्रावधान आने की संभावना है. केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय बीएड कॉलेजों की तर्ज पर अन्य कॉलेजों का भी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 25, 2017 8:30 AM
पटना : विश्वविद्यालयों अौर कॉलेजों का असेसमेंट अब ‘नेशनल असेसमेंट एंड एक्रिडिएशन ऑफ काउंसिल (नैक)’ की टीम नहीं करेगी. असेसमेंट की जिम्मेवारी थर्ड पार्टी को देने की तैयारी की जा रही है. नयी गाइड लाइन में इसके प्रावधान आने की संभावना है. केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय बीएड कॉलेजों की तर्ज पर अन्य कॉलेजों का भी असेसमेंट नैक की जगह निजी संस्थानों से कराने की तैयारी कर रही है
बीएड कॉलेजों की ग्रेडिंग की जिम्मेदारी जहां क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया को दी जा रही है. वहीं, अन्य कॉलेजों की जांच का जिम्मा दूसरे संस्थानों को दिया जा सकेगा. वर्तमान में जुलाई 2017 तक राज्य के सात विश्वविद्यालयों और 87 कॉलेजों को नैक की ग्रेडिंग मिल चुकी है. इसमें 10 संस्थानों को ‘ए’ ग्रेड, 68 को ‘बी’ ग्रेड और 16 को ‘सी’ ग्रेड मिला है. नैक से ‘बी’ ग्रेड और उससे ऊपर ग्रेड वाले विश्वविद्यालयों को जहां राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान (रूसा) की ओर से 20 करोड़ रुपये दिये जाते हैं, वहीं कॉलेजों को दो करोड़ रुपये दिये जा रहे हैं.
इस राशि में से संस्थान 35 फीसदी खर्च नये निर्माण में, 35 फीसदी खर्च जीर्णोद्धार में और 30 फीसदी राशि का खर्च किताबें खरीदने, प्रयोगशाला दुरुस्त करने, जिम, स्पोर्ट्स, फर्नीचर, इ-रिसोर्स के सामान खरीदने में खर्च किये जा सकेंगे. राज्य के 94 संस्थानों जिन्हें नैक की मान्यता मिली है, इसमें ए-बी ग्रेड वाले 78 संस्थानों को ही रूसा की राशि मिलेगी. इसमें से 28 संस्थानों को जहां दूसरी किस्त की राशि दी जायेगी, वहीं करीब 44 संस्थानों में रूसा की ओर से राशि दी जायेगी. इसके लिए राज्य उच्चतर शिक्षा परिषद् केंद्र की राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान (रूसा) से राशि की मांग की है.

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