सीचेवाल और नीरी मॉडल पर शहरों से होगी जल निकासी

दरभंगा, मधुबनी, सुपौल, मधेपुरा, मुजफ्फरपुर और फुलवारीशरीफ में प्रयोग करने का निर्देश पटना : नगर विकास एवं आवास विभाग बारिश से होनेवाले जल जमाव को दूर करने में जुटा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश के बाद शहरों के जल का उपयोग सिंचाई के लिए होगा. नगर विकास एवं आवास विभाग ने बुडको को निर्देश […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 26, 2017 8:19 AM
दरभंगा, मधुबनी, सुपौल, मधेपुरा, मुजफ्फरपुर और फुलवारीशरीफ में प्रयोग करने का निर्देश
पटना : नगर विकास एवं आवास विभाग बारिश से होनेवाले जल जमाव को दूर करने में जुटा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश के बाद शहरों के जल का उपयोग सिंचाई के लिए होगा.
नगर विकास एवं आवास विभाग ने बुडको को निर्देश दिया है कि राज्य के पांच शहरों के जल जमाव निकासी में सीचेवाल या नीरी मॉडल का प्रयोग कर वाटर ट्रीटमेंट करे. इसके बाद उस पानी का उपयोग सिंचाई के लिए किया जायेगा. शहरों का पानी किसी भी स्थिति में नदियों में नहीं डाला जायेगा.
नगर विकास एवं आवास मंत्री महेश्वर हजारी की अध्यक्षता में मंगलवार को वर्षाजल से होनेवाले जल जमाव को दूर करने के लिए नाला निर्माण योजना पर समीक्षा की गयी. राजधानी पटना में बिहार राज्य जल पर्षद द्वारा राजवंशीनगर नाला और बेउरमोड़-मीठापुर नाले का निर्माण किया जा रहा है. इन दोनों नालों को बड़े नालों में जोड़ना है. विभाग ने निर्देश दिया है कि इन दोनों नालों के निर्माण में एक भी मैनहोल नहीं बनाया जायेगा. दोनों नालों का निर्माण प्रेशर पाइप तकनीकी से होगा. राजवंशीनगर नाले को बेली रोड के समानांतर लाकर बोरिंग रोड नाले में मिला दिया जायेगा.
इसमें रेलवे लाइन को क्रॉस कराया जायेगा. बेउर-मीठापुर नाले में मीठापुर में संप हाउस का निर्माण कर पानी का ट्रीटमेंट कर बड़े नाले में पानी को डाला जायेगा. इसके अलावा बुडको को दरभंगा, मधुबनी, सुपौल, मधेपुरा, मुजफ्फरपुर और फुलवारीशरीफ में वर्षा जल निकासी के लिए सीचेवाल या नीरी मॉडल के प्रयोग करने का निर्देश दिया गया.
विभाग द्वारा निर्देश दिया गया कि इन पांच शहरों के डीपीआर तैयार करने में बुडको के पदाधिकारी दोनों मॉडल का अध्ययन कर अपने प्रोजेक्ट में इसे शामिल कर लें.
मुख्यमंत्री द्वारा 17 जुलाई को नगर आवास विकास विभाग की समीक्षा बैठक कर निर्देश दिया था कि ड्रेनेज योजना से निकलने वाले पानी को सिंचाई के रूप में इस्तेमाल किया जाये. प्रधान सचिव चैतन्य प्रसाद, विशेष सचिव संजय दयाल, बुडको के एमडी अमरेंद्र प्रसाद सिंह और बीआरजेपी के एमडी प्रतिमा कुमारी के साथ बुडको सीजीएम एमएम कुमार बीआरजेपी के चीफ इंजीनियर पीडी संदीप व योगेंद्र पासवान मौजूद थे.
निर्माण होनेवाले नालों की स्थिति
– दरभंगा में दोनार नाला का पक्का नर्मिाण कार्य
लंबाई 3.65 किलोमीटर लागत 26.60 करोड़
– मधुनबनी 4.7 किलोमीटर दो नाला नर्मिाण वाटसन और कन्सि नाला ,लागत 42 करोड़ ।
– सुपौल 7.5 किलोमीटर ,लागत 17.25 किलोमीटर ।
– सासाराम नाला नर्मिाण 11.33 करोड़ लागत
3 .3 किलोमीटर ।
– फुलवारी शरीफ को तीन फेज में है. पहला फेज का कार्य पूर्ण है दूसरा और तीसरा फेज का कार्य करना है . 6.48 किलोमीटर निर्माण कार्य जिसका लागत है 25 करोड़. इसी तरह से बीआरजीपी की दो योजनाएं बेउर से मीठापुर 5.2 किलोमीटर का दूसरा राजबंशी नगर सम्प हॉउस से पुनाईचक रेलवे लाइन होते हुए राजापुर में मिलना है. इसे 1.2किलोमीटर बनाना है.

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