पटना : बिहार की राजधानी पटना में एक बार फिर सियासी पारा चढ़ा हुआ है. सभी दलों ने अपने-अपने विधायकों की बैठक अलग से बुलायी है. 28 जुलाई यानी गुरुवार से बिहार विधानमंडल का मानसून सत्र शुरू होने जा रहा है. इन सबके बीच लालू यादव के करीबी और पूर्व राज्यसभा सांसद शिवानंद तिवारी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बड़ा हमला बोलकर सियासी तूफान खड़ा कर दिया है. शिवानंद तिवारी ने तेजस्वी के मसले पर बात करते हुए एक क्षेत्रीय चैनल से कहा है कि नीतीश बोल रहे हैं कि लोगों के बीच बताएं. उनके प्रवक्ता बोल रहे हैं कि सभी सवालों का जवाब दें. नीतीश का कोर्ट है क्या ? क्या सीबीआई ने उनको आउटसोर्स किया है. शिवानंद ने इससे भी बड़ी बात कहते हुए कहा कि नीतीश का भ्रष्टाचार का जीरो टॉलरेंस ढोंग है. नीतीश क्या दूध के धुले हैं ? अगर भेद खुला तो गड़े मुर्दे उखड़ेंगे.
शिवानंद तिवारी ने बातचीत में कहा कि हम चाहते हैं कि नीतीश देश के गठबंधन का नेतृत्व करें, लेकिन उनके नेता डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से जिस तरह जवाब की मांग कर रहे हैं, वो 27 अगस्त को राजद की रैली में दिया जायेगा. शिवानंद ने साफ कहा कि जीरो टॉलरेंस की बात नीतीश कुमार न करें नहीं तो उनकी पोल खुल जाएगी. राजनीतिक जानकारों की मानें, तो शिवानंद तिवारी का यह बयान काफी मायने रखता है. इससे पूर्व भी शिवानंद तिवारी ने नीतीश कुमार पर सोशल मीडिया के जरिये हमला बोला था.
वहीं, उनके मसले पर जदयू की ओर से किसी नेता ने प्रतिक्रिया देने से इनकार किया. जदयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि अगर वह हमारे घटक दल के सदस्य होते, या प्रवक्ता होते, तो हम महत्व देते. राजनीति में आउटसोर्सिंग नहीं होती. हम उनकी बातों का कोई महत्व नहीं देते हैं. हमारी पार्टी का जो विचार है, वह हम 10-12 दिल पहले सार्वजनिक फ्रंट पर रख चुके हैं. गौरतलब हो कि बिहार में विधानमंडल के सत्र शुरू होने को लेकर सभी पार्टियों ने बैठक बुलायी है. जदयू नेताओं के इशारों को देखें, तो यह कहा जा रहा है कि नीतीश कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं. ऊपर से, शिवानंद तिवारी का यह बयान काफी मायने रखता है.
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