पटना : जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार छठीं बार बिहार के मुख्यमंत्री बनेंगे. राजनीतिक गहमागहमी के बीच 26 जुलाई, 2017 को इस्तीफा सौंपने के बाद देर रात एक बार फिर बिहार के प्रभारी राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी से नीतीश कुमार मिले. ताजा सूचना के अनुसार, नीतीश कुमार 27 जुलाई, 2017 को सुबह 10 बजे राजभवन में छठीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे.
बुधवार को दिनभर चले नाटक का पटाक्षेप शाम को नीतीश कुमार के इस्तीफे के साथ हो गया था. इसके बाद रात को करीब नौ बजे भाजपा की ओर से उन्हें एनडीए का नेता घोषित कर दिया गया. नीतीश कुमार के आवास पर बुलायी गयी जदयू और भाजपा विधायकों की संयुक्त बैठक में नीतीश कुमार को एनडीए विधायक दल का नेता चुना गया. एनडीए विधायक दल का नेता चुने जाने पर नीतीश कुमार देर रात राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी से मिलने पहुंचे. उसके बाद नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद और गोपनीयता की शपथ दिलाने के लिए राज्यपाल ने 27 जुलाई, 2017 को सुबह 10 बजे आमंत्रित कर दिया.
इससे पहले भाजपा ने बिहार में नयी सरकार बनाने के लिए नीतीश कुमार को समर्थन देनेवाला पत्र राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी को सौंप दिया. भाजपा के बिहार इकाई के प्रमुख नित्यानंद राय और पार्टी के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी देर शाम राजभवन गये और राज्यपाल को समर्थन पत्र सौंपा. जानकारी के मुताबिक, नीतीश के शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे.
इन सबके बीच राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी की तबीयत बुधवार की शाम अचानक से बिगड़ गयी. इसके बाद उन्हें पटना स्थित आइजीआइएमएस अस्पताल के निजी वार्ड में भरती कराया गया. जानकारी के मुताबिक, राज्यपाल की नाक में संक्रमण के कारण उन्हें अस्पताल में भरती कराया गया, जहां डॉक्टरों की टीम ने इलाज के बाद उन्हें राजभवन लौटने की सलाह दी.
गौर हो कि इस्तीफे के बाद नीतीश ने मीडिया से बातचीत में कहा कि परिस्थितियां ऐसी बनीं, जिसमें काम करना संभव नहीं रहा था. जबतक (सरकार) चला सकते थे चला दिया. उन्होंने कहा कि इस्तीफे का फैसला उनकी अंतरात्मा की आवाज थी. नीतीश के इस्तीफे के तुरंत बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में जुड़ने के लिए नीतीश कुमार जी को बहुत-बहुत बधाई. इसके जवाब में नीतीश कुमार ने भी ट्वीट कर पीएम मोदी को धन्यवाद दिया.