पटना: प्राइवेट प्रैक्टिस करनेवाले आइजीआइएमएस के डॉक्टरों को नॉन प्रैक्टिसिंग भत्ता (एनपीए) लौटाना होगा. इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग ने संस्थान प्रशासन को रिपोर्ट भेज दी है. इन चिकित्सकों ने ज्वाइनिंग के समय से अभी तक जितना एनपीए लिया है उसे संस्थान को लौटाना पड़ेगा. स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव दीपक कुमार ने कहा कि आइजीआइएमएस के चिकित्सकों को नॉन प्रैक्टिशिंग भत्ता (एनपीए) दिया जाता है. स्वास्थ्य विभाग के पास 86 डॉक्टरों की सूची है, जिनमें कई ऐसे भी डॉक्टर हैं, जो राजधानी के बाहर भी प्रैक्टिस करते हैं.
पकड़े गये छह चिकित्सकों की फाइल तैयार : निजी प्रैक्टिस मामले पर आइजीआइएमएस प्रशासन ने सोमवार को सभी चिकित्सकों को दिशा-निर्देश जारी कर दिया. स्वास्थ्य विभाग के निर्देश में कहा गया है कि अगर चिकित्सक निजी प्रैक्टिस करते हैं,तो उसे छोड़ दें वरना पकड़े जाने पर संस्थान नियमानुसार कार्रवाई करेगा. स्वास्थ्य विभाग ने शुक्रवार को आइजीआइएमएस के छह चिकित्सकों के क्लिनिक पर छापेमारी की थी. विभाग ने उनकी फाइल तैयार कर ली है.
बताया गया कि संस्थान के नियमानुसार कार्रवाई होगी और फाइल शासी निकाय की बैठक में रखी जायेगी, जहां से पास होने के बाद उन पर कार्रवाई होगी. संस्थान निदेशक डॉ एन.आर. विश्वास ने बताया कि चिकित्सकों को पत्र के माध्यम से दिशा-निर्देश दिया गया है. इसके बाद भी अगर वह नहीं मानते हैं, तो वहां भी छापेमारी होगी. चिकित्सक समय पर आये हैं या नहीं. इस पर भी नजर रखी जा रही है. शाम का राउंड समय पर हो. इसको लेकर भी निर्देश जारी किया गया है. डॉ विश्वास ने बताया कि लेटर की एक कॉपी स्वास्थ्य विभाग व मुख्यमंत्री को भेज दी गयी है.