भाजपा से गठबंधन के बाद संजय सिंह के निशाने पर होंगे कौन?

पटना : महागठबंधन सरकार के 20 महीने के कार्यकाल के दौरान सबसे ज्यादा जुबानी जंग छिड़ी रही, तो वह थी जदयू प्रवक्ता संजय सिंह और विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष सुशील कुमार मोदी के बीच. अब जब फिर से एनडीए में शामिल होकर जदयू सरकार बनाने जा रही है, तो सबसे बड़ा सवाल उठता है […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 27, 2017 6:40 AM
पटना : महागठबंधन सरकार के 20 महीने के कार्यकाल के दौरान सबसे ज्यादा जुबानी जंग छिड़ी रही, तो वह थी जदयू प्रवक्ता संजय सिंह और विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष सुशील कुमार मोदी के बीच. अब जब फिर से एनडीए में शामिल होकर जदयू सरकार बनाने जा रही है, तो सबसे बड़ा सवाल उठता है कि इन दोनों के बीच छिड़ी जुबानी जंग का क्या होगा.
जिस सुशील कुमार मोदी पर लगातार 20 महीने यानी 600 दिनों तक रोजाना कटाक्ष या जुबानी हमला करने वाले संजय सिंह अब किस तरह से उनके साथ सहज महसूस करेंगे, यह देखने वाली स्थिति होगी. ऐसा कोई दिन या कोई मौका नहीं रहा, जब उन्होंने सुशील कुमार मोदी पर शब्दों के जरिये करारा प्रहार नहीं किया. संजय सिंह के लिए यह बहुत ही संयम और परीक्षा की घड़ी होगी कि वह इस स्थिति को कैसे बैलेंस करते हैं. जदयू के निशाने पर निरंतर रहने वाले अब सूबे के डिप्टी सीएम हो जायेंगे. ऐसे में यह बेहद ही रोचक होगा कि वह इस स्थिति से सामान्यजस्य कैसे बैठाते हैं.
इसके साथ ही यह सवाल भी उठने लगा है कि क्या अब संजय सिंह के निशाने पर लालू प्रसाद यादव और उनका परिवार होगा. पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी से लेकर पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव तक को वह लगातार निशाने पर रख पायेंगे. उनकी जुबानी जंग अब लालू और उनके कूबने के खिलाफ उतनी ही धारदार तरीके से चलेगी, जितनी की अभी तक सुशील कुमार मोदी के खिलाफ चलती आयी है.

Next Article

Exit mobile version