सूबे में नये समीकरण बनने के बाद तीखी बयानबाजी शुरू
पटना : बिहार में बने नये समीकरण के बाद एनडीए और विपक्ष के नेताओं में तनातनी भी शुरू हो गयी है. दोनों पक्षों के नेताओं का एक-दूसरे पर तीखा हमला भी जारी हो गया है. एनडीए में जदयू के शामिल होने के बाद भाजपा के साथ जदयू के नेता भी अब राजद नेताओं पर तीखा […]
पटना : बिहार में बने नये समीकरण के बाद एनडीए और विपक्ष के नेताओं में तनातनी भी शुरू हो गयी है. दोनों पक्षों के नेताओं का एक-दूसरे पर तीखा हमला भी जारी हो गया है. एनडीए में जदयू के शामिल होने के बाद भाजपा के साथ जदयू के नेता भी अब राजद नेताओं पर तीखा बयान देने लगे हैं. वहीं कांग्रेस अब भी राजद के साथ है. आइए देखें, किसने क्या कहा-
‘नीतीश कुमार ने सही समय पर सही कदम उठाया, बेमेल गठबंधन की स्वाभाविक मौत हुई,सदन में अगर गुप्त मतदान होता तो आरजेडी टूट जाती’: सुशील मोदी, उप मुख्यमंत्री व भाजपा नेता
‘जय श्रीराम के बोलने से बिहार का भला होता है, तो बोलने में हर्ज नहीं, तेजस्वी और लालू परिवार से बिहार को मिला छुटकारा’ : खुर्शीद आलम, जदयू नेता
‘बैकवर्ड,दलित अकलियत का आक्रोश सर चढ़ बोलेगा’ : मनोज झा, राजद नेता
जनादेश बेनामी संपत्ति को बचाने के लिए नहीं था, 26 साल में 26 बेनामी संपत्ति के मालिक बनने के लिए नहीं था :सुशील मोदी,भाजपा नेता
धर्मनिरपेक्षता का इस्तेमाल भ्रष्टाचार के लिए नहीं किया जाना चाहिए, उन लोगों का समर्थन नहीं करेंगे, जो गलत तरीके से पैसा कमाते हैं :नीतीश कुमार,मुख्यमंत्री व जदयू अध्यक्ष
सरकार आगे चलेगी, बिहार की खिदमत करेगी. भ्रष्टाचार और अन्याय को बरदाश्त नहीं करेंगेे :नीतीश कुमार,मुख्यमंत्री
कुर्सी राजभोग के लिए नहीं होती, सेवा करने के लिए होती है :नीतीश कुमार,मुख्यमंत्री
बिहार मेंं विकास का नया सवेरा. राजद की नयी सरकार ने विधानसभा में सिद्ध किया बहुमत : राजीव प्रताप रूडी, भाजपा नेता
पहली बार बिहार विधानसभा की कार्यवाही का लाइव टेलीकास्ट निषेधित है. ‘सफेद/भगवा कमीज’ साहेब बकौल गालिब ‘कुछ तो है जिसकी परदेदारी है’. मनोज झा, राजद नेता
‘गाली की भाषा का प्रयोग कमजोरी की निशानी और सदन के अंदर असंसदीय शब्द का प्रयोग दुखद’ : शाहनवाज हुसैन, भाजपा नेता
भाजपा वाले जरा ये बता दें, ये कितनी महीने की सरकार है, हमें नीतीश कुमार की चिंता है’ : तेजस्वी यादव, राजद नेता
नरेंद्र मोदी के लिए नीतीश कुमारकविता कहते थे, ‘बहती हवा-सा था वो, दाऊद को लानेवाला था वो…’ उस कविता का क्या हुआ’ : तेजस्वी