गुप्त मतदान होता, तो टूट जाता राजद : सुशील मोदी
पटना : बिहार विधानसभा में मुख्यमंत्री के शक्ति परीक्षण में विपक्ष के 108 मतों के मुकाबले 131 मतों से विश्वास मत हासिल कर लिया. विश्वास मत हासिल करने के बाद सदन के बाहर बिहार के डिप्टी सीएम व भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी ने राजद को निशाने पर लेते हुए जम कर हमला किया. […]
पटना : बिहार विधानसभा में मुख्यमंत्री के शक्ति परीक्षण में विपक्ष के 108 मतों के मुकाबले 131 मतों से विश्वास मत हासिल कर लिया. विश्वास मत हासिल करने के बाद सदन के बाहर बिहार के डिप्टी सीएम व भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी ने राजद को निशाने पर लेते हुए जम कर हमला किया. राजद-कांग्रेस की गुप्त मतदान की मांग पर उन्होंनेकहा कि अगर गुप्त मतदान हो जाता, तो राष्ट्रीय जनता दल टूट जाता. एक दर्जन से ज्यादा विधायकों ने विश्वासमत के पक्ष में वोट दिया होता.
डिप्टी सीएम व भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी ने राजद को निशाने पर लेते हुए जम कर हमला किया. उन्होंने विपक्ष को आगाह भी किया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बार-बार कह रहे हैं कि वह भ्रष्टाचार के मुद्दे पर समझौता करनेवाले नहीं हैं. साथ ही उन्होंने राजद सुप्रीमो को निशाने पर लेते हुए कहा कि लालू प्रसाद सोचें कि आज वह कहां खड़े हैं. मुझे खुशी है कि कौन कहां खड़ा है इसका अंदाजा उन्हें लगा. राजद का दावा विश्वास मत के बाद फेल हो गया. उम्मीद से उन्हें ज्यादा वोट मिले.
सुशील मोदी ने कहा कि जदयू का राजद-कांग्रेस से गठबंधन ही बेमेल था, इसलिए महागठबंधन की स्वाभाविक मौत हो गयी. उन्होंने कहा कि हम पहले दिन से ही कह रहे हैं कि यह गठबंधन अपना कार्यकाल पूरा नहीं करेगा. अब 20 महीनों के भीतर यह गठबंधन टूट गया. बार-बार तेजस्वी यादव से नीतीश कुमार कह रहे थे कि आप पर जो आरोप लगे हैं, उस पर सफाई दीजिए. वह सफाई नहीं दे सकते थे. क्योंकि उनके पास उन आरोपों का कोई जवाब नहीं था. आज भी विधानसभा में उन्होंने भ्रष्टाचार पर एक शब्द नहीं बोला. अपनी एक हजार करोड़ की संपत्ति के संबंध में भी कोई बात नहीं की. बिहार की जनता तेजस्वी यादव से जानना चाहती है कि 28 साल की छोटी-सी उम्र में उन्होंने इतनी बड़ी संपत्ति कहां से इकट्ठा कर ली है.
मुझे खुशी है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सही समय पर कदम उठाये. भ्रष्टाचार से समझौता करने से इनकार कर दिया. राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के सामने घुटना नहीं टेका. एनडीए के साथ नीतीश कुमार का जो गठबंधन बना है, यह गठबंधन सदन के बचे 40 महीनों में बिहार को विकास और न्याय को ऊंचाइयों पर ले जायेगा.