बाइकर्स को पकड़ने सड़क पर डीआइजी
पाटलिपुत्र थानाध्यक्ष टीएन तिवारी सस्पेंड होते-होते बचे 11 से चार बजे तक चला अभियान, दर्जनों स्पीड बाइकें जब्त पटना : बाइकर्स ग्रुप की ओर से प्रतिदिन दिये जा रहे घटनाओं पर लगाम कसने को लेकर डीआइजी सेंट्रल राजेश कुमार खुद सड़क पर उतर पड़े. डीआइजी के आदेश पर सोमवार को 11 से लेकर शाम चार […]
पाटलिपुत्र थानाध्यक्ष टीएन तिवारी सस्पेंड होते-होते बचे
11 से चार बजे तक चला अभियान, दर्जनों स्पीड बाइकें जब्त
पटना : बाइकर्स ग्रुप की ओर से प्रतिदिन दिये जा रहे घटनाओं पर लगाम कसने को लेकर डीआइजी सेंट्रल राजेश कुमार खुद सड़क पर उतर पड़े. डीआइजी के आदेश पर सोमवार को 11 से लेकर शाम चार बजे तक शहर की नाकेबंदी कर दी गयी और एसएसपी, सिटी एसपी, डीएसपी व थानाध्यक्षों ने वाहनों की चेकिंग शुरू कर दी. इस दौरान दर्जनों स्पीड बाइकें जब्त की गयी और बाइकर्स ग्रुप के सदस्यों को पकड़ा गया.
डीआइजी खुद घूम-घूम कर चेकिंग व्यवस्था की मॉनीटरिंग कर रहे थे और कुछ-कुछ देर तक एक स्पॉट पर रुक सारी प्रक्रिया को देख रहे थे. जांच क्रम में ही वे पाटलिपुत्र इलाके में पहुंच गये, जहां उन्होंने पाटलिपुत्र थानाध्यक्ष टीएन तिवारी को वाहन की चेकिंग करते हुए नहीं पाया. 11 बजे से चेकिंग शुरू करने का डीआइजी ने आदेश दिया था. लेकिन, जब डीआइजी एक घंटे बाद भी चेकिंग करने पहुंचे, तो वे मौजूद नहीं थे. डीआइजी ने वायरलेस पर ही मन बना लिया कि पाटलिपुत्र थानाध्यक्ष को सस्पेंड करने का आदेश दे दें.
लेकिन, फिर बाद में उन्होंने केवल स्पष्टीकरण मांग कर छोड़ दिया. इसी प्रकार दानापुर के डीपीएस मोड़ पर दारोगा दीपक कुमार ने खदेड़ कर एक बाइकर्स को पकड़ा, तो डीआइजी ने दारोगा को शाबाशी भी दी. इसी प्रकार कोतवाली थानाध्यक्ष रमाशंकर को भी डीआइजी ने बेहतर चेकिंग के लिए सराहा.
बाइकर्स ग्रुप के चार सदस्य भेजे गये जेल : रविवार को कंकड़बाग मेेन रोड पर दिनदहाड़े दो गुटों में जमकर मारपीट के दौरान पकड़े गये बाइकर्स ग्रुप के चार सदस्यों को पुलिस ने पकड़ा था और उन सभी को सोमवार को जेल भेज दिया गया. पकड़े गये बाइकर्स ग्रुप के सदस्यों में हर्षवर्धन, उत्कर्ष, संजीव व श्रृषभ शामिल है. ये किंग्स ऑफ पटना से जुड़े है. बताया जाता है कि दो ग्रुप के बीच वर्चस्व को लेकर कंकड़बाग मेन रोड पर मारपीट की घटना हुई थी.
डीआइजी सेंट्रल राजेश कुमार बोरिंग रोड चौराहे पर पहुंचे. उनके साथ डीएसपी विधि व्यवस्था डाॅ मो शिबली नोमानी, बुद्धा कॉलोनी थानाध्यक्ष मनोज मोहन, श्रीकृष्णापुरी थानाध्यक्ष अरविंद कुमार दल-बल के साथ बोरिंग रोड चौराहे की पूरी तरह घेराबंदी कर दी थी. डीआइजी खुद ही आगे बढ़ते और कहते कि उस वाहन को रोको, पकड़ो और जांच करो. इस निर्देश पर जवान तुरंत ही उस वाहन को रोकते और जांच करने के बाद आगे बढ़ने की इजाजत देते.