राजनीतिक पलटू राम हैं सीएम नीतीश : लालू प्रसाद

राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने मुख्यमंत्री पर किया पलटवार पटना : राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को राजनीतिक पलटबाज बताया है. प्रेस कांफ्रेंस कर उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के इशारे पर मेरे बेटे तेजस्वी यादव पर सीबीआइ ने मुकदमा दर्ज किया है. उन्होंने जदयू नेता शरद यादव को राजद में आने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 2, 2017 7:02 AM
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने मुख्यमंत्री पर किया पलटवार
पटना : राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को राजनीतिक पलटबाज बताया है. प्रेस कांफ्रेंस कर उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के इशारे पर मेरे बेटे तेजस्वी यादव पर सीबीआइ ने मुकदमा दर्ज किया है.
उन्होंने जदयू नेता शरद यादव को राजद में आने का न्योता भी दिया. उन्होंने मुख्यमंत्री द्वारा एक दिन पहले कही गयी बातों का बिंदुवार जवाब दिया. लालू प्रसाद ने कहा नीतीश कुमार राजनीति के पलटीबाज व पलटू राम हैं. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार उनके लड़के (तेजस्वी) का बलिदान करना चाहते थे. दिल्ली से जाकर केस करवाया. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार पीएम मैटेरियल थे, अब उसका क्या हुआ. नरेंद्र मोदी को हम हीं केंद्र की सत्ता से हटायेंगे.
लालू प्रसाद ने कहा कि नीतीश कुमार को जानते हुए भी मुख्यमंत्री बनाया यह उनकी भूल थी. नीतीश कुमार के मन में शुरू से गड़बड़ था. 20 माह की महागठबंधन में पूरी सरकार फेल थी. सिर्फ तेजस्वी पास किया. वोट ट्रांसफर के सवाल पर लालू प्रसाद ने कहा कि किसने किसका वोट ट्रांसफर नहीं कराया. क्या नीतीश कुमार के वोट से राजद को 80 सीट मिली. वह 1977 में लोकसभा जीते थे.
बाढ़ सीट भी उनको मिली थी पर छपरा से वह जीते थे. पर नीतीश कुमार अगर नेता हैं तो चुनाव क्यों नहीं जीते? दो-दो बार चुनाव हार गये. लालू प्रसाद ने पूछा कि जाति की राजनीति नहीं करते तो 1994 में कुर्मी सम्मेलन में क्यों गये? राजद प्रमुख ने कहा कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने तो स्पष्ट कर दिया है कि भाजपा ने उनको नहीं बुलाया. नीतीश खुद महागठबंधन तोड़कर आये हैं. यह मैच फिक्स था.
बिना मुख्यमंत्री की अनुमति के किसी राज्य के उप मुख्यमंत्री के घर पर सीबीआइ की छापेमारी होती है क्या?
पहली बार अल्पसंख्यक कल्याण विभाग बनाया
लालू प्रसाद ने कहा कि उन्होंने ही राज्य में पहली बार अल्पसंख्यक कल्याण विभाग बनाया. जब सीतामढ़ी में दंगा हुआ तो वह खुद हेलीकॉप्टर लेकर गये और मामला शांत कराया. अल्पसंख्यक छात्रावासों का मान मुस्लिम भाइयों के नाम पर रखा. आयोग का गठन किया.
उन्होंने आरोप लगाया कि उनके विधायक भाई वीरेंद्र को अपमानित करने के लिए एफआइआर करवाया. पर पटना के एसएसपी बतावे कि गिरिराज सिंह के यहां से जब्त सात करोड़ रुपये, जेवर और विदेशी करेंसी कहां रखा है? उन्होंने नीतीश कुमार के बिहार यात्रा को लेकर भी सवाल किया कि वह बतावे कि इस यात्रा में वह आइबी के भवन में कितने जगह और प्राइवेट घरों में कितने जगह ठहरे. इस मौके पर विरोधी दल के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव और पार्टी के वरिष्ठ नेता जगदानंद सिंह भी उपस्थित थे.
लालू प्रसाद ने कहा कि जेपी आंदोलन में नीतीश कुमार कहीं नहीं थे. जब जेपी ने गांधी मैदान में रैली की तो उस समय नीतीश कुमार नहीं थे.
छात्र संघ के चुनाव में पता नहीं कि वह थे या नहीं. छात्रसंघ के चुनाव में शिवानंद तिवारी और वशिष्ठ सिंह के अलावा उनकी उम्र की हो चुकी बहनों ने, पिछड़े वर्ग के बच्चे-बच्चियों ने और उच्च वर्ग की लड़कियों ने वोट दिया. वर्ष 1970-71 के सत्र में पटना विश्वविद्यालय में कुलपति से लड़कर चुनाव कराया और वह जनरल सेक्रेटरी चुने गये. मीसा के तहत जब शिवानंद तिवारी जेल जाने लगे तो उन्होंने नीतीश कुमार को और मैंने जगदीश शर्मा को नोमिनी बनाया था.
जहर पीने की बात कर झूठ बोल रहे हैं नीतीश
लालू प्रसाद ने कहा कि मुझ पर जहर पीने का आरोप लगा रहे हैं. पर वह झूठ बोल रहे हैं. वह नीतीश कुमार के साथ नहीं जाना चाहते थे. पर मुलायम सिंह यादव ने कहा कि मान जाओ. उस समय मैंने कहा कि आप नीतीश कुमार की घोषणा करें. वह नीतीश कुमार के चरित्र,राजनीतिक चरित्र को जानते हैं. उस समय उन्होंने कहा था कि दंगाई और बलवाई देश के बांटने वालों के दूर रखने के लिए जहर भी पीना पड़ेगा तो पी लूंगा.

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