नीतीश ने पदाधिकारियों से विकास के कार्यों में और गति लाने का दिया निर्देश
पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रदेश में विकास कार्यों में और तेजी लाने के लिए सभी विभागों के पदाधिकारियों के साथ आज एक उच्च स्तरीय बैठक की. नीतीश ने सभी विभागों के प्रधान सचिव अथवा सचिवों के साथ बैठक की. बिहार में जदयू और राजग की नयी सरकार के गठन के बाद […]
पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रदेश में विकास कार्यों में और तेजी लाने के लिए सभी विभागों के पदाधिकारियों के साथ आज एक उच्च स्तरीय बैठक की. नीतीश ने सभी विभागों के प्रधान सचिव अथवा सचिवों के साथ बैठक की. बिहार में जदयू और राजग की नयी सरकार के गठन के बाद सभी विभागों के प्रधानसचिवों अथवा सचिवों की मुख्यमंत्री के साथ यह पहली बैठक थी.
बैठक में सभी विभागों के प्रधान सचिव अथवा सचिवों द्वारा अपने-अपने विभाग के कार्यों से संबंधित जानकारी दी गयी तथा मुख्यमंत्री द्वारा सभी अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये. बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने सभी विभागों के प्रधान सचिव अथवा सचिवों को निर्देश दिया कि अपने विभाग के संसाधनों के उपयोग पर नजर रखें तथा विभाग के कार्यों में पूरी पारदर्शिता बरतें. उन्होंने कहा कि विभागवार विस्तृत समीक्षा की जायेगी. विकास के कार्यों में और गति लानी है. काम नहीं करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई करें. सभी प्रधान सचिव अथवा सचिव अपने विभाग के सेवा संबंधी मामलों पर ध्यान देंगे.
नीतीश ने निर्देश दिया कि राजस्व संबंधित मामलों के निष्पादन पर विशेष ध्यान दें, इससे समाज में शांति आयेगी. उन्होंने कहा कि बिहार विधानसभा एवं विधान परिषद के सत्र में प्रश्नकाल एवं कार्यवाही के दौरान विभाग के वरीय अधिकारी प्रदाधिकारी दीर्धा में उपस्थित रहें.
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने बताया कि वर्ष 2016-17 में बिहार का विकास दर वर्तमान अथवा चालू दर के आधार पर 14.8 प्रतिशत है तथा स्थिर दर के आधार पर 10.32 प्रतिशत है. उन्होंने कहा कि बिहार में दो अंकों की विकास दर है, यह खुशी की बात है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में प्रति व्यक्ति आय में चालू दर के आधार पर 13.15 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी है. प्रति व्यक्ति आय के विकास में बिहार का दूसरा स्थान है. उन्होंने कहा कि धरातल पर लागू की गयी हमारी योजनाओं का बड़ा प्रभाव पड़ा है. बिहार के कस्बों में स्कूल भवनों के निर्माण का उदाहरण देते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे सभी कसबों एवं इलाकों में निर्माण सामग्री की उपलब्धता बढी तथा लोगों के लिये रोजगार भी पैदा हुये.
नीतीश कुमार ने कहा कि हमारा विकास विकेंद्रीकृत तरीके से योजनाओं को लागू करने से हुआ है. समीक्षा के क्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना की भी समीक्षा की जायेगी कि इस येाजना से कितने लोगों को लाभ मिला है.
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