पांच सीटों पर कम वोटों से हारा था जदयू

एक सीट पर तो हारने का सबसे कम अंतर 464 वोटों का है पटना : बिहार विधानसभा की 243 सीटों पर साल 2015 के चुनाव में जदयू को कुल 71 सीटों पर जीत मिली थी. पार्टी को जिन सीटों पर हार का सामना करना पड़ा उनमें से पांच ऐसी हैं जहां हार का अंतर पांच […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 3, 2017 7:58 AM
एक सीट पर तो हारने का सबसे कम अंतर 464 वोटों का है
पटना : बिहार विधानसभा की 243 सीटों पर साल 2015 के चुनाव में जदयू को कुल 71 सीटों पर जीत मिली थी. पार्टी को जिन सीटों पर हार का सामना करना पड़ा उनमें से पांच ऐसी हैं जहां हार का अंतर पांच हजार से कम वोटों का है.
वहीं एक सीट पर तो हारने का सबसे कम अंतर 464 वोटों का है. साल 2015 का चुनाव जदयू ने महागठबंधन के साथ मिलकर लड़ा था. उसका मुख्य मुकाबला एनडीए से था. इसके मुख्य घटक दल भाजपा से जदयू उम्मीदवारों का सबसे अधिक सामना हुआ.
कुल 24 ऐसी सीटें रहीं जहां जीत-हार का अंतर दस हजार से कम वोटों का रहा. इनमें से जदयू के उम्मीदवारों ने 13 सीटों पर विजय हासिल की, वहीं 11 सीटों पर हार गये. जीत का सबसे कम अंतर शिवहर सीट पर रहा. यहां जदयू उम्मीदवार शर्फुद्दीन ने हम पार्टी के उम्मीदवार को 457 वोटों से हरा दिया. वहीं चनपटिया की सीट पर जदयू उम्मीदवार एनएन साही 464 वोटों से भाजपा के उम्मीदवार से हार गये.बिहारशरीफ से जदयू उम्मीदवार मो असगर शमीम 2340 वोटों से भाजपा के उम्मीदवार से हार गये.
सीवान से बबलू प्रसाद को भाजपा उम्मीदवार ने 3540 वोटों से हरा दिया. पिपरा से जदयू उम्मीदवार कृष्ण चंद्र को भाजपा के हाथों 3930 वोटों से शिकस्त मिली. इसके अलावा कम अंतर से जीतने वाले कई जदयू उम्मीदवार भी हैं. इनमें से सिकटा से खुर्शीद उर्फ फिरोज अहमद को 2835 वोटों से जीत मिली. वहीं नालंदा से जदयू उम्मीदवार श्रवण कुमार ने 2996 वोटों से भाजपा उम्मीदवार को हरा दिया. कुचाइकोट से जदयू के अमरेंद्र कुमार पांडे को 3562 वोटों से जीत मिली.

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