खाजेकलां में स्टॉक किया जा रहा था बालू थानाध्यक्ष सस्पेंड, 14 बड़ी नावें हुईं जब्त
अवैध बालू खनन. डीआइजी ने गंगा के एनआइटी से जेठुली घाट तक की जांच पटना : बिहटा व मनेर में बालू के अवैध खनन को बंद कराने के बाद बुधवार को डीआइजी सेंट्रल राजेश कुमार ने एनआइटी से लेकर पटना सिटी के जेठुली घाट तक जांच की. डीआइजी व उनकी टीम एक स्टीमर व चार […]
अवैध बालू खनन. डीआइजी ने गंगा के एनआइटी से जेठुली घाट तक की जांच
पटना : बिहटा व मनेर में बालू के अवैध खनन को बंद कराने के बाद बुधवार को डीआइजी सेंट्रल राजेश कुमार ने एनआइटी से लेकर पटना सिटी के जेठुली घाट तक जांच की. डीआइजी व उनकी टीम एक स्टीमर व चार बोट पर सवार थी, जो गंगा ऑपरेशन के तहत जांच करने के लिए निकली थी.
इस दौरान चार घंटे तक गंगा में 30 किलोमीटर तक लगातार स्टीमर व नाव से गश्ती की गयी. खाजेकलां थाने के आदर्श कॉलोनी घाट पर आधा किलोमीटर में स्टॉक कर रखे गये बालू को जब्त किया गया. यह बालू मनेर, बिहटा के घाट से अवैध रूप से खनन कर स्टॉक किया गया था. साथ ही गंगा के बीच में ही बालू का स्टॉक कर वापस लौट रहे 14 बड़ी नावें जब्त की गयीं. आदर्श घाट पर सात ट्रैक्टर भी बरामद किये गये.
इतनी बड़ी मात्रा में बालू के स्टॉक को देख कर डीआइजी ने पटना सिटी एएसपी हरिमोहन शुक्ला को आदर्श घाट पर तलब किया और जमकर फटकार लगायी और खाजेकलां थानाध्यक्ष राकेश कुमार भास्कर को सस्पेंड कर दिया. डीआइजी ने जब खाजेकलां थानाध्यक्ष को फोन किया तो वह पटना के दो सिटी एसपी के फेयरवेल समारोह में भाग लेने के लिए जा रहे थे. डीआइजी ने बालू के संबंध में पूछताछ की तो उन्होंने अनभिज्ञता जतायी और उसी समय खाजेकलां थानाध्यक्ष को वायरलेस पर ही सस्पेंड करने का ऑर्डर दे दिया गया.
इसके पूर्व बिहार पुलिस की स्टीमर एनआइटी से खाजेकलां की ओर जाने के क्रम में डीआइजी ने बीच गंगा में एक नाव पकड़ी. नाव पर बालू के अंश पाये जाने पर उन्हें शक हुआ और तुरंत ही नाव रोकी गयी और उससे पूछा गया तो उसने बताया कि वह बालू लेकर खाजेकलां के आदर्श नगर घाट गया था और वहां से लौट रहा है. उससे जब बालू के आवागमन के लिए आवश्यक कागजात मांगे गये, तो वह नहीं दे पाया.
फिर नाव जब्त कर ली गयी और नाविक को पकड़ लिया गया. आठ और नावें इसी तरह से चेकिंग के दौरान पकड़ी गयीं. ये नाव व ट्रैक्टर आदर्श नगर घाट के साथ ही मितन घाट व दुल्ली घाट से भी बरामद किये गये. हालांकि, पुलिस को देख कई नाविक फरार होने में सफल रहे. पूछताछ में यह जानकारी मिली है कि वे मनेर, बिहटा व अन्य जगहों से चोरी-चुपके स्टॉक किये गये बालू को हटा कर खाजेकलां घाट पर स्टॉक कर रहे थे. इससे यह स्पष्ट है कि कई अन्य जगहों पर भी बालू माफियाओं द्वारा बालू को स्टॉक कर रखा गया है.
इन घाटों से बालू को बाजार में पहुंचाया जा रहा है. पुलिस पकड़े गये नाविकों से पूछताछ कर रही है और बालू के स्टॉक के मास्टरमाइंड के नामों की तलाश कर रही है. बरामद बालू के स्टॉक के संबंध में खाजेकलां थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी जायेगी.
एनआइटी घाट से निकले थे डीआइजी : बिहार पुलिस की स्टीमर पर एनआइटी घाट से डीआइजी सेंट्रल राजेश कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम जांच के लिए निकली थी. उन लोगों के साथ एसडीआरएफ की बोट भी थी. इसके बाद हर घाट की जांच करते हुए टीम आगे बढ़ी और नाविक को बीच गंगा में पकड़ने के बाद टीम खाजेकलां घाट पहुंच गयी. जहां बालू बरामदगी के बाद डीआइजी जेठुली घाट तक चेकिंग करने के लिए गये.
गंगा में गिर रहे गंदे पानी को लेकर भी डीआइजी ने चिंता जतायी गंगा में गश्ती के दौरान डीआइजी ने कई जगहों पर नाले से गंदा पानी गिरते हुए देखा. इस पर डीआइजी ने चिंता जतायी. डीआइजी पटना नगर निगम को इस संबंध में पत्र लिखेंगे. डीआइजी ने बताया कि बड़ी मात्रा में बालू के स्टॉक को जब्त करने के साथ नाव व ट्रैक्टर पकड़े गये हैं. इस मामले में पटना सिटी एएसपी से स्पष्टीकरण मांगा गया है और खाजेकलां थानाध्यक्ष को सस्पेंड कर दिया गया है.