राजद नेताओं से मुलाकात के बाद बोले शरद यादव, नयी पार्टी बनाने का सवाल ही नहीं उठता
पटना : बिहार में महागठबंधन की सरकार से अलग होकर भाजपा के साथ दोबारा से मिलकर सरकार बनाने के नीतीश कुमार के फैसले से नाराज चल रहे जदयू के वरिष्ठ नेता एवं पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादवसेआजदेरशाम राजद के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह और पार्टी प्रवक्ता मनोज झा ने दिल्ली में उनके […]
पटना : बिहार में महागठबंधन की सरकार से अलग होकर भाजपा के साथ दोबारा से मिलकर सरकार बनाने के नीतीश कुमार के फैसले से नाराज चल रहे जदयू के वरिष्ठ नेता एवं पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादवसेआजदेरशाम राजद के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह और पार्टी प्रवक्ता मनोज झा ने दिल्ली में उनके आवास पर मुलाकातकी. राजद नेताओं से मुलाकात के बाद शरद यादव ने कहा, विजय वर्मा हमारे बहुत पुराने साथी है और उन्होंने जो बातें कही है वो भावनाओं में बोले है. शरद यादव ने कहा कि पार्टी बनाने का सवाल ही नहीं है.
Vijay Verma humare bahut purane saathi hain, unhone jo baat kahi woh bhaavnao mein kahi, party banane ka sawaal nahi hai: Sharad Yadav, JDU pic.twitter.com/rpMjGYowJn
— ANI (@ANI) August 3, 2017
वहीं राजद प्रवक्ता मनोज झा ने जदयू के वरिष्ठ नेता से मुलाकात के बाद कहा कि शरद जी से बस मुलाकात करने और कुछ समझाने आये थे. उन्होंने कहा कि शरद यादव से मुलाकात के दौरान किसान, मजदूर और इस मुल्क की आवाम कीसमस्याओं को लेकर चर्चा हुई.गौर हो कि इससेपहले शरदयादव के समर्थक रहे पूर्व एमएलसी विजय वर्मा ने दावा किया था कि वे जदयू को तोड़ कर जल्द ही नयी पार्टी बनाएंगे और महागठबंधन के साथ रहेंगे.
Sharad ji se bas milne aur kuch samajhne the, aaj jo kisaan, mazdoor aur is mulk ki badhaash aawam hai uske baare mein: Manoj Jha, RJD pic.twitter.com/bZachW97iv
— ANI (@ANI) August 3, 2017
उधर, चर्चा गरम है कि राजनीति में अपनी साख बचाने के लिए राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादवजदयूके वरिष्ठ नेता शरद यादव से उम्मीदें लगाएं बैठे है. वहीं, जदयू के नेता लगातार पार्टी के एनडीए में शामिल होने के फैसलेको लेकर शरद यादव के खफा होने की बात से इनकार करते दिख रहे हैं.
इधर, रांची में पत्रकारों से बातचीत में राजदसुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने कहा है कि जदयू के पूर्व अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता शरद यादव 8 अगस्त को उनसे मिलने के लिए पटना आ रहे हैं.लालूयादव के इस बयानकेसाथ ही यह कयास लगायाजाने लगा कि शरद यादव और जदयू के बीच रिश्तों की डोर टूट सकती है. हालांकि, इससे पहले जदयूकेप्रधान महासचिव नेता केसी त्यागी ने कहा कि शरद यादव को जब कभी नीतीश कुमार और लालू यादव में से किसी एक को चुनना होगा तो वे नीतीश को ही चुनेंगे. आशा है कि वह जल्द निर्णय ले लेंगे.
केसी त्यागी ने कहा कि शरद यादव ने ही सबसे पहले लालू यादव के भ्रष्टाचार का विरोध किया था. उन्होंने कहा है कि ऐसा नहीं लगता है कि शरदजी ने बगावत की है, 19 को पटना में जदयू की कार्यकारिणी की बैठक है, उसमें वे अपनी बात रख सकते हैं. हाल के राजनीतिक फैसले सबकी सहमति से लिये गये हैं.
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वहीं, प्रदेश जदयू के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि शरद यादव हमारे वरिष्ठ नेता हैं और उनको किस बात की नाराजगी है? जबकि, पार्टी प्रवक्ता डॉ. अजय आलोक ने कहा कि मौसम बदलता रहता है. सावन के बाद भादो, बाद में शरद ऋतु आती है. वैसे ही शरद भी वापस आ जाएंगे. उधर, जदयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा है पार्टी अध्यक्ष का फैसला सबको मानना चाहिए. शरदजी का भ्रष्टाचार से लड़ने का लंबा ट्रैक रिकार्ड रहा है और वे भ्रष्टाचार के खिलाफ लिये गये फैसले को समझेंगे.
बतायाजाताहै कि बिहार में महागठबंधन में टूट से नाराज जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव 19 अगस्त को पटना में होने वाली राष्ट्रीय कार्यकारिणी से दो दिन पहले 17 अगस्त को दिल्ली में सांप्रदायिकता पर सेमिनार करेंगे. विपक्षी एकता दिखाने के लिए इस सेमिनार में कांग्रेस, एनसीपी, वाम दलों के साथ राजद को न्योता दिया है. जबकि अपनी पार्टी को इस आयोजन से दूर रखा है.
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