पहले वेतनमान वाले शिक्षकों पर गिरेगी गाज
मैट्रिक-इंटर के खराब रिजल्ट वाले स्कूलों के शिक्षकों पर कार्रवाई पटना : मैट्रिक अौर इंटरमीडिएट की परीक्षा में खराब रिजल्ट वाले स्कूलों के शिक्षकों, प्रधानाध्यापकों और संबंधित जिले के पदाधिकारियों पर कार्रवाई करने की तैयारी शुरू हो गयी है. शिक्षा विभाग ने बिहार विद्यालय परीक्षा समिति से संबंधित स्कूलों की लिस्ट ले ली है और […]
मैट्रिक-इंटर के खराब रिजल्ट वाले स्कूलों के शिक्षकों पर कार्रवाई
पटना : मैट्रिक अौर इंटरमीडिएट की परीक्षा में खराब रिजल्ट वाले स्कूलों के शिक्षकों, प्रधानाध्यापकों और संबंधित जिले के पदाधिकारियों पर कार्रवाई करने की तैयारी शुरू हो गयी है. शिक्षा विभाग ने बिहार विद्यालय परीक्षा समिति से संबंधित स्कूलों की लिस्ट ले ली है और शिक्षा सचिव की अध्यक्षता में गठित कमेटी जिलों से शिक्षकों, प्रधानाध्यापकों का आंकड़ा खंगाल रही है.
ऐसे शिक्षकों, प्रधानाध्यापकों व अधिकारियों को दो चरणों में कार्रवाई होगी. पहले चरण में खराब रिजल्ट वाले स्कूलों के 50 साल की उम्र पार करने वाले वेतनमान वाले शिक्षकों को जबरन सेवानिवृत्ति दी जायेगी. इनके साथ-साथ वेतनमान वाले ही प्रधानाध्यापकों और जिले के अधिकारियों पर कार्रवाई की जायेगी. वहीं, इन स्कूलों के वैसे नियोजित शिक्षक जिनकी उम्र 50 साल पार हो गयी है, उन्हें नियुक्ति नियमावली में संशोधन करने के बाद जबरन सेवानिवृत्ति दी जायेगी.
बिहार सर्विस रूल के अनुसार अक्षम या सही से काम करने वाले सेवकों को जबरन सेवानिवृत्ति देने का प्रावधान है, लेकिन नियोजित शिक्षकों की अब तक कोई सेवाशर्त नहीं होने से उन्हें जबरन सेवानिवृत्ति देने में समस्या आ रही है. ऐसे में शिक्षा विभाग अब माध्यमिक व उच्च माध्यमिक शिक्षक नियोजन नियमावली में फिर से संशोधन करने की तैयारी कर रहा है और उसमें प्रावधान डाला जा रहा है कि अक्षम शिक्षकों को जबरन सेवानिवृत्ति दी जाये. इस नियमावली को कैबिनेट की मंजूरी के बाद बिहार विधानमंडल से भी पास करना होगा. इसके बाद इसके अनुसार कार्रवाई की जायेगी.ऐसे में शिक्षा विभाग पहले वेतनमान वाले शिक्षकों, प्रधानाध्यापकों और जिले के पदाधिकारियों को जबरन सेवानिवृत्ति दे सकता है.