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OMG ! बिहार में नशे के लिए फैंसीडिल सीरप का बड़ी मात्रा में प्रयोग, 17 बोरा बरामद

पटना : बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू है. राज्य में नया उत्पाद कानून लागू है. शराब की अवैध बिक्री या उसका सेवन गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है. राज्य में शराब नहीं मिलने के बाद नशे के वैकल्पिक व्यवस्था के लिए कुछ लोग खतरनाक तरीके से अपने नशे की पूर्ति कर रहे हैं. जानकारी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 5, 2017 10:50 AM
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पटना : बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू है. राज्य में नया उत्पाद कानून लागू है. शराब की अवैध बिक्री या उसका सेवन गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है. राज्य में शराब नहीं मिलने के बाद नशे के वैकल्पिक व्यवस्था के लिए कुछ लोग खतरनाक तरीके से अपने नशे की पूर्ति कर रहे हैं. जानकारी के मुताबिक राज्य में गांजा, चरस और अफीम के अलावा खांसी की दवाई फैंसीडिल सीरप का प्रयोग धड़ल्ले से हो रहा है. इसका खुलासा तब हुआ, जब आरपीएफ की टीम ने अपर इंडिया एक्सप्रेस में छापेमारी कर भारी मात्रा में सीरप को बरामद किया. शुक्वरा को देर शाम रेलवे पुलिस और उत्पाद विभाग ने गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी कर ट्रेन से 17 बोरा के करीब फैंसीडिल सीरप को बरामद किया है.

जानकारी के मुताबिक सीरप को यूपी के वाराणसी से पटना के लिए बुक किया गया था. इसी दौरान टीम को सूचना मिली की अपर इंडिया के लगेज बोगी में भारी मात्रा में सीरप आ रही है. इस सीरप को पटना के दवा मंडियों में पहुंचाने की योजना है. टीम ने इसकी जांच की और सूचना को सही पाया. उसके बाद पटना स्टेशन पर छापेमारी की गयी और भारी मात्रा में फैंसीडिल सीरप को बरामदा किया गया. गौरतलब हो कि बिहार में शराब बंदी के बाद सीमावर्ती इलाके में गांजा, हिरोईन और मादक पदार्थों की तस्करी बढ़ गयी है. हाल में उत्पाद विभाग और अन्य एजेंसियों ने भारी मात्रा में चरस और गांजा बरामद किया है.

पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, रक्सौल, पूर्णिया, किशनगंज और बाकी जिला मुख्यालय से उत्पाद विभाग के अलावा सशस्त्र सीमा बल ने अबतक अरबों रुपये के मादक पदार्थ को बरामद किया है. स्थानीय लोगों की मानें तो राज्य सीमा से सटे जिलों और नेपाल से सटे जिलों में कुरियर के माध्यम से तस्करी का खेल जारी है. काफी पैसा देकर शराब तस्कर और मादक पदार्थकेव्यापारीइस काम को अंजाम दिलवा रहे हैं.

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