धनरूआ में टूटा तटबंध, गांवों में घुसा पानी

परेशानी. दरधा नदी में उफान से सहमे लोग, कई गांवों का मुख्य मार्ग से संपर्क हुआ भंग बीडीओ और सीओ ने किया निरीक्षण मसौढ़ी : धनरूआ प्रखंड में बीते रविवार की रात से दरधा नदी का कहर जारी है. दरधा नदी के उफान से कई तटबंध टूट गये हैं. इससे दर्जनों गांवों में बाढ़ का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 8, 2017 7:29 AM
परेशानी. दरधा नदी में उफान से सहमे लोग, कई गांवों का मुख्य मार्ग से संपर्क हुआ भंग
बीडीओ और सीओ ने किया निरीक्षण
मसौढ़ी : धनरूआ प्रखंड में बीते रविवार की रात से दरधा नदी का कहर जारी है. दरधा नदी के उफान से कई तटबंध टूट गये हैं. इससे दर्जनों गांवों में बाढ़ का पानी घुस आया है. सांडा पंचायत के चनाकी टोला गढ़पर के पास स्थित नगिनिया पइन के पास का तटबंध टूटने से चनाकी टोला गढ़पर के दर्जन भर से अघिक घरों में बाढ़ का पानी घुस आया है. इसके कारण चनाकी मुशहरी, सतपरसा, सीताचक व कोल्हाचक का दक्षिणी हिस्सा पूरी तरह डूब गया. एसएच-1 से सीताचक सड़क पर पानी चढ़ आया है.
इसके अलावा गुलरियाबीगहा मडवापर के पास का तटबंध टूटने से मडवापर, सीताचक व सतपसा बाढ़ के पानी से घिर गया. साथ ही मोगलानीचक-सतपरसा सडक पर बाढ़ का पानी चढ़ आया है. रामपुर लवाईच बराज में पानी अधिक संग्रहित होने के कारण बराज से निकले दसई पइन के गेट को खोल देने से कोसुत, थुबापर, पथरहट, खडीहा समेत कई गांवों में बाढ़ का पानी घुस आया है.
एनडीआरएफ की टीम बुलायी गयी
बाढ़ की सूचना के बाद बीडीओ रामजी पासवान व सीओ कुमारी अनुकंपा ने सोमवार को प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया और इसकी जानकारी उन्होंने वरीय पदाधिकारियों को दी. उन्होंने भरे हुए कई पइन की जेसीबी से उड़ाही करायी, ताकि बाढ का पानी गांव से निकल सके. थानाध्यक्ष रोहन कुमार ने बताया कि बाढ़ की स्थिति को देखते हुए पटना से एनडीआरएफ की टीम को धनरूआ बुला लिया गया है
.रविवार से ही बराज का गेट उठाने का हो रहा प्रयास, लेकिन अब तक नहीं खुला
मसौढ़ी : लोगों की मांग के बाद 30 करोड की लागत से यहां बराज का निर्माण किया गया था. इसका उद्घाटन इसी वर्ष पांच फरवरी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया था. उस समय इसको लेकर कई दावे किये गये थे, लेकिन, उद्घाटन के बाद पहली बरसात में ही कुल ग्यारह फाटक में से पांच फाटक व चार अंडर स्लुइस गेट में से दो खराब हो गये.
बराज पर गेट उठाने व गिराने के लिये मानदेय पर रहने वाले उमाकांत कुमार, परशुराम दूबे, हरेराम कुमार एवं विकास कुमार ने बताया कि गेट उठाने के लिये बीते रविवार की शाम से ही प्रयास किया जा रहा है, लेकिन गेट ऊपर नीचे नहीं हो पा रहा है.
इसकी सूचना जलसंसाधन विभाग के कनीय अभियंता लालबाबू सिंह को दी गयी है, इसे ठीक करने के लिये सोमवार की सुबह कुछ तकनीकी जानकार आये भी, लेकिन वे बिना कुछ किये चले गये. जब इस संबंध में जल संसाधन विभाग के कनीय अभियंता लालबाबू सिंह से बात की गयी तो उन्होंने कहा कि दूसरे जगह आयी बाढ़ में इलाके का दौरा करने गये हैं, इस वजह से उक्त मामले में कुछ बता नहीं सकते.
गुमटी जाम से 40 मिनट खड़ी रही हटिया-पटना
मसौढ़ी : सोमवार की दोपहर तारेगना दक्षिणी रेलवे गुमटी (20 बी) से दर्जनों बाइक सवार व अन्य राहगीर गुजर रहे थे. इसी दौरान अचानक आयी बारिश से बचने के लिए दर्जनों बाइक सवार गुमटी के पास रेलवे ट्रैक पर ही अपनी बाइक छोड़ आसपास चले गये. इस कारण करीब 40 मिनट तक गुमटी जाम रही. फाटक नहीं गिरने से एक ओर जहां 8626 डाउन हटिया-पटना डाउन होम सिग्नल के पास खड़ी रही, वहीं 53213 अप सवारी गाड़ी तारेगना स्टेशन पर खड़ी रही.
वहीं, पटना-गया रेलखंड के नदवां व तारेगना स्टेशन के बीच स्थित नीमा हॉल्ट के पास ट्रैक्सन तार पर बारिश व तेज हवा से ताड़ के पेड की एक टहनी गिर पड़ी. इस कारण 53213 अप सवारी गाड़ी करीब 10 मिनट तक ट्रेन वहां खड़ी रही.
दनियावां/फतुहा : दनियावां और फतुहा प्रखंडों के विभिन्न भागों में बहने वाली महत्तमाइन नदी,धोबा नदी, भुतही नदी पर कररूआ नदी के जलस्तर में रविवार की देर रात से हो रही भारी वृद्धि से दोनों प्रखंडों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है.
महत्तमाइन नदी और भुतही नदी के उफान से दनियावां-फतुहा एनएच 30ए पर ब्रहमस्थान के पास पानी चढ़ गया. वहीं दनियावां-फतुहा एनएच से महद्दीपुर और सैदनपुर मसाढ़ी जाने वाली नयका रोड सड़क पर तीन से चार फुट पानी चढ़ गया, जिससे दर्जनों गांवों के आवागमन ठप हो गये. वहीं सिंगरियावां पंचायत और खरभैया पंचायत के दनियावां से खरभैया जाने वाले सड़क पर भी पानी का भारी दबाव चल रहा है.
नदी किनारे बसे काजीबिगहा और चक्रज्जा गांव में पानी घुस गया है. मदाड़ीचक महादलित टोला पर भी खतरा मंडरा रहा है. इन दोनों पंचायत के लोग अपने रोपे हजारों बिगहा धान को बचाने का प्रयास कर रहे है, लेकिन स्थिति भयावह बनी हुई है. वहीं, फतुहा प्रखंड के सिरपतपुर गांव से सटे पश्चिम धोबा नदी का तटबंध एक बार फिर टूट गया, जिससे कई का घर ध्वस्त हो गया और कई घरों में पानी घुस गये. गांव के पश्चिम खंधा में लगे हजारों बिगहा में लगे धान डूब गये.
तटबंध टूटने की सूचना के साथ ही जल संसाधन विभाग के अधिकारी और कार्यपालक अभियंता व जेई घटनास्थल पर पहुंच तटबंध को बांधने के प्रयास में लग गये हैं, लेकिन तेज धारा में तटबंध बांधना मुश्किल लग रहा है. इधर, दनियावां के सलारपुर जमींदारी बांध सोमवार की शाम महत्तमाइन नदी और भुतही नदी के तेज धारा के चपेट में आने से निमी और सलारपुर खंधा के बीच टूट गया, जिससे सलारपुर पंचायत के हजारों बिगहा में धान की फसल डूब गयी.
गंगा, सोन, पुनपुन व घाघरा उफान पर
पटना : राज्य में गंगा-कोसी-सोन-पुनपुन-घाघरा-बूढ़ी गंडक और बागमती के जलस्तर में बढ़ोतरी जारी है. सोमवार को पटना के गांधी घाट पर गंगा खतरे के निशान से 1.15 मीटर नीचे बह रही थी. वहीं पटना जिले के फतुहा प्रखंड में धोबा नदी और धनरुआ प्रखंड के दरधा नदी पर बना जमींदारी बांध टूट गया. इसकी मरम्मत हो रही है. प्रशासन अलर्ट है.
पूर्वी व पश्चिमी चंपारण, वैशाली, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, सारण, किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार, अररिया, सुपौल, मधुबनी, सहरसा, दरभंगा, खगड़िया, मधेपुरा, भागलपुर जिले में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें मौजूद हैं. वहीं केंद्रीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष ने दावा किया है कि बाढ़ सुरक्षात्मक तटबंध सुरक्षित हैं.

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