महादेव से मांगी सुख-समृद्धि

पटना : सावन की पांचवीं और अंतिम सोमवारी पर शिवालयों में ओम नम: शिवाय की गूंज होती रही. राजधानी के महावीर मंदिर, बांसघाट स्थित मां सिद्धेश्वरी काली मंदिर, बोरिंग रोड चौराहा शिव मंदिर, कंकड़बाग पंच शिव मंदिर, राजवंशी नगर शिव मंदिर समेत खाजपुरा शिव मंदिर, जलेश्वर महादेव मंदिर सहित सभी शिव मंदिरों में सुबह से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 8, 2017 8:03 AM
पटना : सावन की पांचवीं और अंतिम सोमवारी पर शिवालयों में ओम नम: शिवाय की गूंज होती रही. राजधानी के महावीर मंदिर, बांसघाट स्थित मां सिद्धेश्वरी काली मंदिर, बोरिंग रोड चौराहा शिव मंदिर, कंकड़बाग पंच शिव मंदिर, राजवंशी नगर शिव मंदिर समेत खाजपुरा शिव मंदिर, जलेश्वर महादेव मंदिर सहित सभी शिव मंदिरों में सुबह से ही भारी भीड़ उमड़ी. अंतिम सोमवारी पर चंद्रग्रहण के संयोग के कारण सभी श्रद्धालुओं ने शीष नवाए. इसी के साथ पवित्र सावन माह की समाप्ति हो गयी. सावन पूर्णिमा को देखते हुए शिव मंदिरों को खूब सजाया गया था. झालर बत्तियों की रौशनी में मंदिरों की खूबसूरती देखते ही बन रही है. ज्योतिषियों के मुताबिक सावन में भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. इनकी पूजा से दैविक, दैहिक और भौतिक कष्टों से मुक्ति मिलती है. इन मान्यताओं की वजह से मंदिरों में एक महीने तक खूब रौनक रही.
चंद्रग्रहण के कारण शाम आठ बजे के बाद बंद हुए मंदिरों के कपाट
सोमवार को चंद्रग्रहण होने के कारण अारती के बाद शाम आठ बजे के बाद मंदिरों के कपाट बंद कर दिये गये. मान्यता है कि इस दौरान देवी देवता की मूर्ति स्पर्श नहीं की जाती है. आचार्य श्रीपति त्रिपाठी कहते हैं कि चंद्रग्रहण की किरणें भगवान तक नहीं पहुंचनी चाहिए. इसके साथ ही इस दौरान ना ही मूर्ति और ना पूजन सामग्री को स्पर्श करना चाहिए. इसी वजह से मंदिरों के कपाट को बंद कर दिया जाता है. अगली सुबह गंगा जल से स्नान करा कर पूजा नित्य दिनों की तरह शुरू हो जाती है.
पटना सिटी : सावन माह की अंतिम सोमवारी व पूर्णिमा के मौके पर शिवालयों में विशेष पूजन व शृंगार के साथ अन्य धार्मिक अनुष्ठान हुए. गायघाट स्थित गौरीशंकर मंदिर, माल्य महादेव मंदिर चैलीटाड़, बाबा मुक्तेश्वरनाथ शिव मंदिर तारणी प्रसाद लेन, पटनेश्वर मंदिर सादिकपुर, पीतल के महादेव जी झाउगंज के साथ अन्य शिव मंदिरों विशेष पूजन व शंृगार का आयोजन किया गया है. सूतक लगने के बाद अधिकांश मंदिरों के कपाट बंद कर दिये गये.
जैन मंदिर में पूजा अर्चना : सावन पूर्णिमा के मौके पर दादाबाड़ी जैन मंदिर बेगमपुर में सोमवार को दादा गुरुदेव की पूजा अर्चना की. भक्तों ने नवकार मंत्र से आरंभ अनुष्ठान में भक्तों ने बड़ी पूजा, इक्तीसा पाठ व मंगल आरती समेत अन्य अनुष्ठान किये.
देवी मंदिरों भी पूजा अर्चना : सावन पूर्णिमा शक्तिपीठ बड़ी पटनदेवी में महंत विजय शंकर गिरि की उपस्थिति में भवगती का विशेष शृंगार किया गया. ब्रह्म मुहूर्त में मंगला आरती के साथ मंदिर का पट खुलते ही भक्तों की भीड़ दर्शन-पूजन को उमड़ पड़ी. अगमकुआं स्थित शीतला माता मंदिर में भगवती का विशेष शृंगार व पूजन किया गया.

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