38 में से 32 जिलों ने नहीं काटा एक भी चालान
धूम्रपानमुक्त अभियान की निकली हवा सुमित कुमार पटना : तंबाकू उन्मूलन की दिशा में काम कर रही राज्य सरकार के आदेशों की उनके ही अफसर हवा निकाल रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग की पहल पर सूबे के सभी 38 जिलों में धूम्रपानमुक्त अभियान चलाया गया, पर इनमें से 32 जिलों के डीएम-एसपी ने इसमें बिल्कुल भी […]
धूम्रपानमुक्त अभियान की निकली हवा
सुमित कुमार
पटना : तंबाकू उन्मूलन की दिशा में काम कर रही राज्य सरकार के आदेशों की उनके ही अफसर हवा निकाल रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग की पहल पर सूबे के सभी 38 जिलों में धूम्रपानमुक्त अभियान चलाया गया, पर इनमें से 32 जिलों के डीएम-एसपी ने इसमें बिल्कुल भी रुचि नहीं दिखायी. अभियान की मॉनिटरिंग का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इन 32 जिलों ने वित्तीय वर्ष 2016-17 में कोटपा के प्रावधानों का उल्लंघन करनेवालों के खिलाफ एक भी चालान नहीं काटा.
स्वास्थ्य सचिव आरके महाजन ने इसको लेकर सभी डीएम-एसपी को कड़ी चिट्ठी लिखी है. उन्होंने धुम्रपान के खतरे बताते हुए डीएम-एसपी को निर्देश दिया है कि छापेमारी दस्ते की कार्रवाई की नियमित मॉनिटरिंग की जाये. गौरतलब है कि पिछले वित्तीय वर्ष 2015-16 में भी 22 जिलों ने एक भी चालान नहीं काटा था.
पांच जिलों में कटे 2119 चालान इस अवधि में महज पांच जिलों पटना, कटिहार, मुंगेर, बांका और अरवल ने ही 2119 चालान काट कर 23.55 लाख रुपये की वसूली की है. पटना जिले ने सबसे अधिक 1184, कटिहार ने 535, मुंगेर ने 374, बांका ने 17 अौर अरवल ने मात्र पांच चालान काटे. 13 जिले अब तक धूम्रपानमुक्त जिला घोषित हो चुके हैं. इनमें से दस जिलों में एक भी
छापेमारी की कार्रवाई नहीं हुई. पटना जिले में चालान तो पिछले साल के मुकाबले भी अधिक काटे गये हैं, लेकिन इनमें अधिकतर कार्रवाई सिर्फ दुकानों पर ही हुई है. कंट्रोल रूम व वाट्सएप के नंबरों पर शिकायत करने के बावजूद ऐसे मामलों में कार्रवाई नहीं की जाती. स्कूलों में भी तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम सही से नहीं चलाया जा रहा.