खाड़ी देशों में नौकरी लगवाने के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी

विज्ञापन देकर एकाउंट में डलवाते थे रकम पटना : खाड़ी देशों में मैकेनिक, कारपेंटर, इलेक्ट्रिशियन आदि पदाें पर बहाली के नाम पर जालसाज अमानुल्लाह ने सैकड़ों लोगों से करोड़ों की ठगी कर ली और फरार होने में सफल रहा. उसने जक्कनपुर थाने के बैंक कॉलोनी में रिटायर्ड बैंक अधिकारी प्रभूचरण के मकान में नौ हजार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 8, 2017 8:08 AM
विज्ञापन देकर एकाउंट में डलवाते थे रकम
पटना : खाड़ी देशों में मैकेनिक, कारपेंटर, इलेक्ट्रिशियन आदि पदाें पर बहाली के नाम पर जालसाज अमानुल्लाह ने सैकड़ों लोगों से करोड़ों की ठगी कर ली और फरार होने में सफल रहा. उसने जक्कनपुर थाने के बैंक कॉलोनी में रिटायर्ड बैंक अधिकारी प्रभूचरण के मकान में नौ हजार रुपये में किराये का कमरा लेकर एशिया इंटरप्राइजेज का कार्यालय खोला था. सोमवार को उसने कई छात्रों को साक्षात्कार के लिए पटना स्थित अपने कार्यालय में बुलाया था और जब वे लोग वहां पहुंचे, तो कार्यालय का ताला बंद पाया. इसके बाद उन लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया.
घटना की जानकारी मिलने पर जक्कनपुर थाना की पुलिस पहुंची. इसके बाद पुलिस ने कार्यालय को खोला, तो उसमें कुछ नहीं निकला. जालसाज अमानुल्लाह कई दिन पहले ही अपना सारा सामान समेट कर फरार हो चुका था. इस संबंध में छात्रों के बयान के आधार पर जक्कनपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. बताया जाता है कि अमानुल्लाह मूल रूप से गोपालगंज का रहनेवाला है, लेकिन उसने अपने आप को दिल्ली के भरतपुरा निवासी बताते हुए मकान मालिक प्रभुचरण से एग्रीमेंट किया था और आवासीय पते के संबंध में भी फर्जी कागजात दिये थे.
अमानुल्लाह ने सारे छात्रों के पैसों को फेडरल बैंक के पटना व सीवान की शाखा में जमा कराया था. पुलिस ने जब जांच की, तो उन दोनों ही एकाउंटों में सौ रुपये से ज्यादा नहीं थे. ठगी का शिकार बने छात्र मूल रूप से सीवान, गोपालगंज व बेतिया के रहनेवाले हैं. पुलिस के समक्ष फिलहाल 20-25 छात्रों ने शिकायत की है और अनुमान लगाया जा रहा है कि उसने हजारों छात्रों के साथ इस तरह की घटना को अलग-अलग जगहों पर संस्था का नाम बदल कर ठगी की है.
खाड़ी देशों में विभिन्न तरह की नौकरियों के लिए अमानुल्लाह ने विज्ञापन दिया था और उसने पासपोर्ट, वीजा, एयर टिकट व अन्य कागजातों के नाम पर एक छात्र से 30 हजार रुपये अपने पटना व सीवान के दो एकाउंटों में जमा करा लिया था.
इसके बाद उसने पैसा जमा करनेवाले छात्रों को यह जानकारी दी थी कि वह सोमवार को पटना स्थित कार्यालय पर आ जाएं और उनका साक्षात्कार लेने के बाद कागजात की जांच करने के बाद खाड़ी देशों में भेजने की आवश्यक कार्रवाई की जायेगी. इसके बाद छात्र वहां पहुंचे, तो कार्यालय का ताला बंद था और अमानुल्लाह का मोबाइल फोन स्विच ऑफ था.

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