बालू माफियाओं के विरुद्ध क्या हुई कार्रवाई : हाइकोर्ट

अवैध खनन. चार सप्ताह में रिपोर्ट देने का निर्देश पटना : पटना उच्च न्यायालय ने मंगलवार को अवैध रूप से चल रहे बालू खनन पर कड़ी नाराजगी जतायी है. कोर्ट ने सरकार से पूछा कि बालू माफिया के खिलाफ अब क्या कार्रवाई हुई है. अवैध बालू उत्खनन और पर्यावरण पर पड़ रहे इसके कुप्रभाव पर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 9, 2017 9:09 AM
अवैध खनन. चार सप्ताह में रिपोर्ट देने का निर्देश
पटना : पटना उच्च न्यायालय ने मंगलवार को अवैध रूप से चल रहे बालू खनन पर कड़ी नाराजगी जतायी है. कोर्ट ने सरकार से पूछा कि बालू माफिया के खिलाफ अब क्या कार्रवाई हुई है. अवैध बालू उत्खनन और पर्यावरण पर पड़ रहे इसके कुप्रभाव पर हाइकोर्ट ने सख्त रवैया अपनाया है.
अगली सुनवाई में अवैध उत्खनन को रोकने कि दिशा में बालू माफिया के विरुद्ध की गयी कार्रवाइयों का ब्योरा अदालत में प्रस्तुत करने का निर्देश दिया. मुख्य न्यायाधीश राजेंद्र मेनन एवं जस्टिस डॉ अनिल कुमार उपाध्याय की खंडपीठ ने सुनील कुमार सिंह की ओर से दायर लोकहित याचिका पर मंगलवार को सुनवाई करते हुए उक्त निर्देश दिया. मामले में राज्य सरकार की ओर से महाधिवक्ता ललित किशोर ने अदालत को बताया कि पिछले एक सप्ताह के दौरान अवैध बालू उत्खनन को रोकने कि दिशा में काफी तेजी से कार्य किया गया है.
उन्होंने कोर्ट को बालू माफिया के विरुद्ध बड़े पैमाने पर कानूनी कार्रवाई करते हुए धर-पकड़ और जेल भेजने की कार्रवाई की जानकारी दी. पूर्व की सुनवाई में अदालत को बताया गया था कि राजधानी पटना सहित सूबे के विभिन्न जिलों में अवैध बालू का उत्खनन कार्य किया जा रहा है. इसे रोक पाने में प्रशासनिक अमला पूरी तरह से विफल रहा है. जिस कारण बालू माफिया का पौ-बारह हो गया है. अदालत को यह भी बताया गया कि अवैध बालू उत्खनन के कारण पर्यावरण पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है. अदालत ने अवैध बालू उत्खनन को काफी गंभीरता से लेते हुए भोजपुर के जिलाधिकारी, डीआइजी पटना सेंट्रल जोन के अलावा जिला उत्खनन पदाधिकारी भोजपुर से जवाब-तलब किया था. डीआइजी पटना को इस संबंध में चार सप्ताह के भीतर जांच कर रिपोर्ट अदालत में प्रस्तुत करने का निर्देश पटना उच्च न्यायालय के एकलपीठ ने दिया था.
पटना. बिहटा में एक और प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. इसमें पोकलेन ऑनर समेत कुछ अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. इन लोगों पर जब्त किये गये पोकलेन के इंजन और चेचिस नंबर को मिटाने का प्रयास किया है. कुछ लोगों ने पोकलेन को दूसरी जगह पर छुपाया भी है. टापू वाले इलाके में झाड़ियों के बीच गड्ढा करके पोकलेन को छुपाया जाता था. और इसी से बाल की निकासी की जाती थी.
एसएसपी मनु महाराज ने कहा कि पुलिस के मिली भगत की जांच हो रही है जो लोग दोषी पाये जायेंगे उनके खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज की जायेगी. उन्हें जेल भेजा जायेगा.
कोइलवर के पास छुपाये गये थे 28 पोकलेन : पिछले दिनों महुली महाल में छापेमारी कर पुलिस ने बालू माफियाओं की पोकलेन को जब्त किया था. इसके बाद वहां पर पुलिस की तैनाती की गयी थी. लेकिन इसके बावजूद 28 पोकलेन को बालू माफिया वहां से हटा ले गये. कोइलवर के पास सुरौंधा गांव में छुपाये जाने की खबर है.
चिह्नित बालू माफिया की तलाश तेज : पटना पुलिस ने उन माफियाओं की तलाश तेज कर दी है जिनके खिलाफ केस दर्ज किया गया है. छापेमारी की जा रही है. वहीं, इसके अलावा अन्य बालू माफिया चिह्नित किये गये हैं, इनकी भी तलाश हो रही है.
सभी 29 पोकलेन बरामद
बिहटा. सोन में अवैध बालू उत्खनन को लेकर एसएसपी मनु महाराज के नेतृत्व में 31जुलाई को जब्त की गयी 29 पोकलेन मशीनों को गायब करने की सूचना ने विभाग में हड़कंप मच गया. घटना की सूचना पर मंगलवार को काफी संख्या में पुलिस बल के साथ एसआइटी की टीम सोन इलाके में पहुंची. टीम का इसका नेतृत्व पालीगंज एएसपी मिथिलेश कुमार कर रहे थे. सोन में जब्त की गयी सभी पोकलेन मशीनों की बरामदगी के लिए घटनास्थल महुई महाल से लेकर सुरौधा गांव तक छापेमारी कर सभी मशीनें बरामद कर ली गयीं.

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