किराये पर बस लेकर चलायेगा परिवहन निगम
पटना : परिवहन निगम सहज, सुलभ व सस्ते दर पर लोगों को एक जगह से दूसरे जगह पहुंचाने के लिए किराये पर बस लेगी. निगम रेंट एग्रीमेंट के तहत 500 बस चलाने की योजना पर विचार कर रही है. निगम की इस योजना पर सरकार के स्तर पर समीक्षा हो रही है. गुरुवार को मुख्यमंत्री […]
पटना : परिवहन निगम सहज, सुलभ व सस्ते दर पर लोगों को एक जगह से दूसरे जगह पहुंचाने के लिए किराये पर बस लेगी. निगम रेंट एग्रीमेंट के तहत 500 बस चलाने की योजना पर विचार कर रही है. निगम की इस योजना पर सरकार के स्तर पर समीक्षा हो रही है. गुरुवार को मुख्यमंत्री अन्य विभागों के साथ परिवहन विभाग की समीक्षा करनवाले हैं. समीक्षा के दौरान इस मुद्दे को उनके समक्ष रखने पर निर्णय लिया गया है.
परिवहन निगम के पास पर्याप्त संख्या में अपनी बसें नहीं होने से लोगों को सुविधा पहुंचाने में वह सक्षम नहीं है. इसलिए देश के छह राज्यों में रेंट एग्रीमेंट के तहत बसों के परिचालन की तर्ज पर यहां भी किराये पर बस लेकर चलाने पर निगम सोच रही है. एसोशियेशन ऑफ स्टेट रोड ट्रांसपोर्ट अंडरटेकिंग के तहत बस मालिकों से रेंट एग्रीमेंट कर बस चलाने की व्यवस्था है. इसमें बसों के संचालन की जिम्मेवारी निगम के पास रहेगी. अभी पीपीपी मोड पर एग्रीमेंट के तहत बसों का संचालन हो रहा है.
लेकिन इसमें सभी प्रक्रियाएं निजी ऑपरेटर के द्वारा होता है. रेंट एग्रीमेंट योजना के तहत बस मालिक द्वारा बसों की देख-रेख होगी. बस मालिक ड्राइवर उपलब्ध कराने के साथ-साथ बसों के संचालन के दौरान मेंटेनेंस व रिपेयर कराने का काम करेगा. इसमें टायर, बैट्री के मेंटेनेंस या रिप्लेसमेंट के साथ-साथ अन्य पार्टस के बदलने पर होनेवाले खर्च का वहन बस मालिक करेंगे.
बसों का बीमा पर होनेवाले खर्च भी वाहन मालिक करेंगे. निगम के द्वारा बसों के संचालन के दौरान डीजल दिया जायेगा. बसों में निगम के कंडक्टर रहेंगे. एग्रीमेंट के तहत प्रति किलोमीटर रेंट का भुगतान निगम द्वारा किया जायेगा. निगम सूत्र ने बताया कि रेंट एग्रीमेंट के तहत वोल्वो, डिलक्स, सेमी डिलक्स बस चलाने पर विचार हो रहा है. बसों का भाड़ा बिहार सरकार द्वारा तय भाड़ा के अनुसार होगा. इसके आधार पर ही वाहन स्वामी को रेंट भुगतान होगा.
जानकारों के अनुसार रेंट एग्रीमेंट के तहत बसों के संचालन को लेकर सरकार के स्तर पर विमर्श हो रहा है. सरकार से अनुमति मिलने के बाद यह संभव है.
पीपीपी मोड पर हो रहा बसों का संचालन
वर्तमान में निगम में 111 बसों का संचालन हो रहा है. इसके अलावा पीपीपी मोड पर 270 बसें चल रही है. इसमें परमिट के आधार पर ग्रॉस रेवेन्यू का सात फीसदी निजी ऑपरेटर से लिया जाता है. नुरुम योजना से मिली 356 बसों का परिचालन निगम में हो रहा है.
छह राज्यों में हो रहा बसों का संचालन रेंट एग्रीमेंट के तहत छह राज्यों यूपी, राजस्थान,महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु व उत्तराखंड में बसों का संचालन हो रहा है.