शरद यादव के बयान से जदयू में टूट की संभावना !
पटना/हाजीपुर: महागठबंधन से नाता तोड़कर जदयू के बिहार में सरकार बनाने के लिए भाजपा के साथ हाथ मिलाने पर नाराज चल रहे पार्टी के वरिष्ठ नेता शरद यादव के आज दिये बयान से जदयू में दो फाड़ की संभावना को प्रबल होती प्रतीत हो रही है. महागबंधन (जदयू-राजद-कांग्रेस) को मिले जनादेश को लेकर जनता से […]
पटना/हाजीपुर: महागठबंधन से नाता तोड़कर जदयू के बिहार में सरकार बनाने के लिए भाजपा के साथ हाथ मिलाने पर नाराज चल रहे पार्टी के वरिष्ठ नेता शरद यादव के आज दिये बयान से जदयू में दो फाड़ की संभावना को प्रबल होती प्रतीत हो रही है. महागबंधन (जदयू-राजद-कांग्रेस) को मिले जनादेश को लेकर जनता से सीधे संवाद के लिए बिहार के अपने तीन दिवसीय दौरे पर आज यहां पहुंचे शरद ने पटना हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा, 11 करोड़ लोगों का जो विश्वास था मैं मानता हूं कि उस पर आघात हुआ है. उस पर चोट पहुंची है.
शरद यादव ने कहा, जिस जनता ने गठबंधन बनाया था और जनता के साथ हमने करार किया था, वह इमान का करार था. वह टूटा है. आघात लगा है उसको और हमको भी इसकी बहुत तकलीफ है. उन्हाेंने कहा कि वह गठबंधन के साथ आज भी खड़े हैं. गठबंधन से इतर सरकार जरुरी बन गयी और वे जनता के बीच जा रहे हैं ताकि उनका महागठबंधन बना रहे.
जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि गठबंधन पांच साल के लिए था जो कि टूट गया है, मैं इससे दुखी हूं. शरद ने कहा कि महागठबंधन और भाजपा ने अलग अलग चुनावी घोषणा की थी और वे आमने सामने थे. देश के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि विरोधी समूहों के घोषणा पत्र आपस में मिल गए.
यह पूछे जाने पर कि उनकी यह यात्रा क्या पार्टी विरोधी नहीं है, वह इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना नहीं चाहते. आज से 12 अगस्त तक के सड़क मार्ग से बिहार के विभिन्न जिलों के अपने इस दौरे के क्रम में शरद सारण जिला के सोनपुर पहुंचे.
जदयू ने शरद यादव से सीमा न लांघने को कहा
नयी दिल्ली/पटना: जदयू ने आज अपने वरिष्ठ नेता शरद यादव को ‘सीमा लांघने वाली’ टिप्पणियां करने से बचने की नसीहत देते हुए कहा कि ऐसे शब्द आपत्तिजनक होते हैं और पार्टी के लिए असहज होते हैं. जदयू के प्रवक्ता केसी त्यागी की ओर से यह नसीहत आज ऐसे समय पर आई जब यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भाजपा के साथ जाने के कदम की आलोचना करते हुए कहा कि वह उस महागठबंधन में बने रहेंगे जो राजद, जदयू और कांग्रेस के बीच बनाया गया है.
‘आम लोगों की प्रतिक्रिया’ जानने के लिए बिहार के तीन दिवसीय दौरे पर पहुंचे यादव ने एक बयान में कहा कि स्वतंत्र भारत के इतिहास में ऐसा कोई उदाहरण नहीं है जब चुनाव में एक दूसरे के खिलाफ लड़ने वाले , अलग-अलग विचारधारा वाले दो दल केवल 20 माह बाद ही हाथ मिला लें. उनके इस बयान पर प्रतिक्रिया में त्यागी ने कहा, उनके द्वारा उपयोग की जा रही राजनीतिक भाषा पार्टी अध्यक्ष (नीतीश कुमार) और (बिहार की) सरकार के लिए बहुत ही आपत्तिजनक और असहज है. बेहतर होगा कि वह अपने विचारों को 19 अगस्त को होने जा रही पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में रखें. हम उनसे ऐसे बयान देने से बचने के लिए कहेंगे जो सीमा लांघते हों. त्यागी ने कहा कि यादव अब अपना रास्ता चुनते प्रतीत होते हैं. उन्होंने यह भी दावा किया कि उनके कार्यक्रमों की व्यवस्था जदयू के नेताओं ने नहीं बल्कि लालू प्रसाद की अगुवाई वाले राजद ने की है.
यह पूछे जाने पर कि क्या पार्टी उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्वाई करेगी, त्यागी ने कहा कि अब तक ऐसा कोई कदम नहीं उठाया गया है. जदयू प्रवक्ता ने यादव के महागठबंधन में बने रहने संबंधी बयान पर भी आपत्ति जताई. उन्होंने कहा कि महागठबंधन से पार्टी के रिश्ते तोड़ कर राजग से हाथ मिला लेने के बाद उनके जैसे बड़े नेता का यह कहना आपत्तिजनक है. उन्होंने कहा कि बिहार में पार्टी के सभी विधायक, विधान पार्षद एवं जिला अध्यक्ष नीतीश कुमार के फैसले के साथ हैं और राज्य भर में यादव के दौरे की व्यवस्था राजद के नेताओं ने की है.
शरद यादव ने कहा था कि साल 2015 के विधानसभा चुनाव में महागठबंधन को दो तिहाई बहुमत मिला था और नीतीश कुमार के फैसले के बाद लोग खुद को ‘ ‘ठगा ‘ ‘ हुआ महसूस कर रहे हैं. उन्होंने कहा ‘ ‘चुनाव के दौरान हमने करीब डेढ माह तक अथक प्रचार किया और महागठबंधन के लिए वोट मांगे. हमारे गठबंधन के पास प्रचार के लिए केवल तीन हेलीकॉप्टर थे जबकि विपक्षी दल के पास 26 हेलीकॉप्टर थे.’ ‘ यादव ने कहा ‘ ‘मेरे पूरे राजनीतिक करियर में और आजादी के बाद मैंने ऐसा कोई उदाहरण नहीं देखा कि अलग अलग विचारधारा वाले और अलग अलग घोषणापत्रों वाले दो राजनीतिक दल चुनाव में एक दूसरे के खिलाफ लड़े और फिर 20 माह बाद उन्होंने हाथ मिला लिए.’ ‘ यादव राज्यसभा में जदयू के नेता हैं. यह पूछे जाने पर कि क्या उनका दौरा पार्टीविरोधी गतिविधि नहीं है, यादव ने कहा ‘ ‘मैं कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता.