कांग्रेस की बैठक में भिड़े जिलाध्यक्ष, कहा- महागठबंधन से अलग होने में ही कांग्रेस का भविष्य
पटना : कांग्रेस विधायक दल की बैठक के बाद जिलाध्यक्षों को अपने-अपने विचार रखने के लिए कहा गया. विचार रखने के मौके पर ही दो जिलाध्यक्ष आपस में भिड़ गये. मारपीट तक बात पहुंचने पर मौजूद साथियों ने बीच-बचाव कर मामले को सुलझाया. इस मौके पर दिल्ली से बैठक में शामिल होने आये ज्योतिरादित्य सिंधिया […]
पटना : कांग्रेस विधायक दल की बैठक के बाद जिलाध्यक्षों को अपने-अपने विचार रखने के लिए कहा गया. विचार रखने के मौके पर ही दो जिलाध्यक्ष आपस में भिड़ गये. मारपीट तक बात पहुंचने पर मौजूद साथियों ने बीच-बचाव कर मामले को सुलझाया. इस मौके पर दिल्ली से बैठक में शामिल होने आये ज्योतिरादित्य सिंधिया और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ अशोक चौधरी भी मौजूद थे. जिलाध्यक्षों ने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि अब कांग्रेस को अलग होने की जरूरत है. महागठबंधन सरकार के 20 महीनों के कार्यकाल में कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं को हमेशा नजरंदाज किया गया. उन्हें कोई अहम पद नहीं मिला. प्रदेश में कांग्रेस की मजबूती के लिए महागठबंधन से अलग होकर अकेले हो जाना चाहिए. ऐसा नहीं करने पर कांग्रेस को नुकसान होगा. इसी बीच, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से नजदीकी को लेकर भी जिलाध्यक्ष एक-दूसरे की खींचतान करने लगे. मामला इतना बढ़ गया कि बात मारपीट तक पहुंच गयी. साथ ही जिलाध्यक्षों ने महागठबंधन सरकार के 20 महीनों के कार्यकाल के दौरान केंद्रीय नेतृत्व द्वारा नजरंदाज किये जाने के मामले को भी उठाया.
इससे पहले कांग्रेस के तेज-तर्रार नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के नेतृत्व में बिहार प्रदेश कांग्रेस के नेताओं के साथ बैठक की. उन्होंने कहा कि पार्टी में टूट की बात सिर्फ मीडिया में है. पार्टी नेता और कार्यकर्ता अब भी एकजुट हैं. इस मौके पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी मजबूत है. कोई मंत्र की जरूरत नहीं है. महागठबंधन में टूट को लेकर उन्होंने अफसोस व्यक्त करते हुए कहा कि आनेवाले दिनों में जनता इसका जवाब देगी. बैठक में कांग्रेस के सभी विधायक, जिलाध्यक्ष और प्रदेश के पार्टी पदाधिकारी भाग ले रहे हैं. बैठक की अध्यक्षता प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ अशोक चौधरी कर रहे हैं. बैठक में भाग लेने के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया शुक्रवार की सुबह पटना पहुंचे थे.