पटना : शरद यादव के बिहार दौरे और मुख्यमंत्री व पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार पर निशाना साधने को लेकर पार्टी के अंदर ही अंतर्कलह की स्थिति उत्पन्न हो गयी है.जदयू के वरिष्ठ नेता वशिष्ठ नारायण सिंह ने शुक्रवार को कहा कि अली अनवर के साथ खड़ा होना पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल है. बिहार के निर्णय के खिलाफ जानेवाले नेताओं के खिलाफ यह कार्य करेगा. वहीं, जदयू ने शरद यादव को निशाने पर लेते हुए कहा कि सांसद शरद यादव राजद नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव व पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव के ‘नये अंकल’ हैं.
वहीं,शरद अपने तीन दिवसीय बिहार दौरे पर लगातार नीतीश कुमार को निशाने पर रखे हैं. महागठबंधन में टूट को लेकर वह अब भी कह रहे हैं कि वे अब भी महागठबंधन में हैं. वहीं, जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने अपने वरिष्ठ नेता शरद यादव को ‘सीमा लांघनेवाली’ टिप्पणियां करने से बचने की नसीहत देते हुए कहा कि ऐसे शब्द आपत्तिजनक होते हैं और पार्टी के लिए असहज होते हैं. साथ ही उन्होंने पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव के खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा राष्ट्रीय नेतृत्व से की है.
बिहार दौरे के दूसरे दिन मुजफ्फरपुर, दरभंगा और मधुबनी में लोगों से मिलेंगे. पार्टी नेताओं द्वारा शरद यादव को मनाने की अंतिम कोशिश भी विफल साबित हो चुकी है. वहीं, शरद यादव के बिहार दौरे को जदयू ने उनका निजी कार्यक्रम बता कर पल्ला झाड़ लिया है. शरद यादव द्वारा नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोले जाने से पार्टी के अंदर ही शरद यादव पर कार्रवाई की बातें होने लगी हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 19 अगस्त को पार्टी की बैठक में इस संबंध में औपचारिक ऐलान संभव है. हालांकि, शरद यादव का अगला कदम क्या होगा, यह अभी तय नहीं है. सूत्रों के अनुसार, अभी वह जल्दी में किसी दल में शामिल नहीं होंगे.
कांग्रेस के 18 विपक्षी दलों की बैठक में शरद यादव के शामिल होने पर संदेह
कांग्रेस ने दिल्ली में शुक्रवार को 18 विपक्षी दलों की बैठक का आह्वान किया है. शरद यादव तीन दिवसीय बिहार दौरे पर हैं. ऐसे में कांग्रेस द्वारा बुलायी गयी विपक्षी दलों की बैठक में शामिल होने पर असमंजस बरकरार है. उम्मीद जतायी जा रही है कि शरद यादव बिहार दौरे पर होने के कारण कांग्रेस द्वारा बुलायी गयी विपक्षी दलों की बैठक में शामिल नहीं हो सकते हैं.