पटना : बिहार के सबसे बड़े सियासी परिवार पर जारी संकट कम होने का नाम नहीं ले रहा है. राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, उधर चारा घोटाले को लेकर लगातार रांची का दौरा कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर पूरे परिवार पर बेनामी संपत्ति का मामला चल रहा है. इसी मामले को लेकर महागठबंधन भी टूट गया और अब जनादेश अपमान यात्रा पर निकले लालू के दोनों पुत्र तेज प्रताप और तेजस्वी यादव के लिए नया संकट खड़ा हो गया है. जानकारी के मुताबिक राजद सुप्रीमो के दोनों बेटों के खिलाफ नया मुकदमा दर्ज हुआ है. बताया जा रहा है कि पटना सिटी व्यवहार न्यायालय के दंडाधिकारी आशुतोष राय की अदालत में शुक्रवार को यह मुकदमा दायर किया गया है. तेज प्रताप और तेजस्वी यादव पर धोखाधड़ी का मुकदमा दायर किया गया है. पटना सिटी के रहने वाले रामजी योगेश ने यह मुकदमा दर्ज कराया है, इसकी सुनवाई इसी महीने की 17 तारीख को होगी.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कोर्ट में दायर किये गये मुकदमे के मुताबिक लालू के दोनों बेटों के अलावा ओम प्रकाश यादव, शिवनंदन और विमलेश यादव को इस मामले में अभियुक्त बनाया गया है. मुकदमे के विवरण के मुताबिक परिवादी ने गरीब दस्ता नाम का संगठन बनाकर उसका रजिस्ट्रेशन कराया था, लेकिन बाद उसका नाम बदलकर धर्मनिरपेक्ष सेवक संघ कर दिया गया. मुकदमा दायर करने वाले रामजी के मुताबिक इस संस्था के संरक्षक लालू प्रसाद और तेज प्रताप को बनाया गया था. रामजी योगेश के मुताबिक इस संस्था को हड़पने के लिए संरक्षकों ने संबंधित विभाग को पत्र लिखकर उसका गलत फायदा उठाया और संपत्ति हड़प ली.
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