स्टोर में दवाएं, पर्ची में नाम भी, मरीजों को नहीं मिल रही
पीएमसीएच में अब भी बुरा हाल एक सप्ताह पहले ही मंत्री से लेकर अधीक्षक तक ने दवा उपलब्ध होने का किया था दावा पटना : पटना मेडिकल कॉलेजअस्पताल की ओपीडी में पहुंच रहे मरीजों को नि:शुल्क दवाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है. करीब एक सप्ताह पहले ही अधीक्षक ने दावा किया था कि […]
पीएमसीएच में अब भी बुरा हाल
एक सप्ताह पहले ही मंत्री से लेकर अधीक्षक तक ने दवा उपलब्ध होने का किया था दावा
पटना : पटना मेडिकल कॉलेजअस्पताल की ओपीडी में पहुंच रहे मरीजों को नि:शुल्क दवाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है. करीब एक सप्ताह पहले ही अधीक्षक ने दावा किया था कि अस्पताल को इमरजेंसी के लिये 128 तरह की व ओपीडी के लिये 67 तरह की दवाएं मुहैया करायी गयी हैं.
लेकिन, ओपीडी के मरीजों को अब भी यह दवाएं नहीं मिल रही. मरीज रजिस्ट्रेशन पर्ची पर दवाओं का नाम देख कर दवा काउंटर पर जाते हैं, लेकिन काउंटर कर्मचारी दवा नहीं होने की बात कह मरीजों को लौटा देते हैं. ऐसे में मरीजों को भी प्राइवेट दवा दुकानों से दवा खरीदनी पड़ रही है.
दर्द व बुखार की नहीं दे रहे दवा : पीएमसीएच में दवा लेने आये अधिकांश मरीजों से जब बातचीत की गयी, तो सबसे अधिक मरीज दर्द व बुखार के दिखे. मरीजों ने कहा कि दर्द व बुखार में इस्तेमाल की जानेवाली दवा नहीं मिल रही है. खासकर सिट्रीजिन, पारासिटामॉल आदि कुछ दवा को लेकर मरीज परेशान हैं.
क्या कहते हैं मरीज
मेरे बेटे को तेज बुखार था, ओपीडी में दिखाने के बाद डॉक्टर ने जांच को कहा व उसी परची पर दवा भी लिखी. डॉक्टर की ओर से लिखी गयी चार दवा रजिस्ट्रेशन परची पर छपी थी. लेकिन, काउंटर पर गया तो इसमें सिट्रीजीन नाम की दवा नहीं मिली.
मनीष कुमार, मरीज के पिता
ओपीडी के डॉक्टर जो दवा लिखे थे उस दवा का नाम रजिस्ट्रेशन परची पर था. लेकिन काउंटर पर नहीं मिला. काउंटर कर्मी का कहना था कि अधिकांश दवाएं स्टोर में आयी हैं लेकिन काउंटर को उपलब्ध नहीं करायी गयी है. इस पर हमने अधीक्षक से मुलाकात कर अपनी समस्या बतायी.
मनोज कुमार, मरीज
लगायी फटकार
यह सही है कि कुछ मरीज दवा नहीं मिलने से परेशान होकर मेरे कार्यालय में पहुंचे थे. लेकिन, जैसे ही हमने समस्या सुनी तो काउंटर के जिम्मेदार कर्मचारियों को सभी तरह की दवाएं मरीजों को देने की बात कहीं. हमने सभी काउंटरों पर आदेश जारी कर दिया है कि अगर मरीज दवा नहीं मिलने की शिकायत करते हैं, तो दोषी कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया जायेगा.
डॉ लखींद्र प्रसाद, अधीक्षक, पीएमसीएच