नयीदिल्ली: जदयू ने आज कहा कि शरद यादव स्वेच्छा से पार्टी से बाहर चले गए और इसमें दरार के उनके दावे से इनकार करते हुए जोर दिया कि प्रत्येक पदाधिकारी और सभी विधायक बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ हैं. भाजपा के साथ हाथ मिलाने के फैसले का विरोध करने पर पार्टी नेशरद यादव पर अपना हमला तेज कर दिया है. पार्टी ने कथित दल विरोधी गतिविधियों के आरोप में राज्य में उन 21 नेताओं को निलंबित कर दिया जो कि शरद यादव के वफादार माने जाते हैं.
जदयू के प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा किशरद यादव अब भी पार्टी में लौट सकते हैं, लेकिन अगर वह 27 अगस्त को राजद प्रमुख लालू प्रसाद की रैली में गए तो उसके लिए यह ‘ ‘बेकार’ ‘ होगा. उन्होंने दावा किया कि 98 प्रतिशत पदाधिकारी, 100 प्रतिशत विधायक और 75 प्रतिशत राज्य समितियां कुमार के साथ है जो कि पार्टी अध्यक्ष भी हैं. उन्होंने शरद यादव के 14 राज्य इकाइयों के समर्थन के दावे को भी खारिज कर दिया. हालांकि, शरद यादव के प्रति थोड़ा सुर नरम करते हुए कहा कि उन्होंने समाजवाद के लिए काफी ‘कुर्बानी ‘ दी है और अगर वह वापस आते हैं तो बड़े भाई की तरह उनका सम्मान होगा.
केसीत्यागी ने संवाददाताओं से कहा, ‘पार्टी में दरार नहीं है. यह नीतीश कुमार के लिए एकजुट है, जैसा पहले था. एक या दो नेता जाते हैं तो पार्टी नहीं टूटती. जहां तक शरदजी की बात है उन्होंने स्वेच्छा से पार्टी छोड़ दी.’