विभाग पुलिस को सौंपेगा बालू माफियाओं के नाम
पटना : अवैध बालू खनन के खिलाफ सतही कार्रवाई खनन विभाग की रिपोर्ट आने के बाद होगी. खनन विभाग इस बात की जांच कर रहा है कि कौन-कौन इस खेल में शामिल हैं, कहां-कहां अवैध खनन हो रहा है. ऐसे बालू माफियाओं के नाम भी उजागर होंगे, जो अब तक प्रकाश में नहीं आये हैं. […]
पटना : अवैध बालू खनन के खिलाफ सतही कार्रवाई खनन विभाग की रिपोर्ट आने के बाद होगी. खनन विभाग इस बात की जांच कर रहा है कि कौन-कौन इस खेल में शामिल हैं, कहां-कहां अवैध खनन हो रहा है. ऐसे बालू माफियाओं के नाम भी उजागर होंगे, जो अब तक प्रकाश में नहीं आये हैं. विभाग की रिपोर्ट के बाद पुलिस इसमें कड़ी कार्रवाई करेगी. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि विभाग की रिपोर्ट देखना जरूरी है. जिन पर आरोप गठित होगा उनके खिलाफ सबूत इकट्ठा किया जायेगा.
बालू का ठेका लेनेवाली कंपनी भी दबी जुबान से यह बात मानती है कि जिन घाटों की बंदोबस्ती हुई है, उन घाटों पर बालू माफियाओं का वर्चस्व है.
लेकिन कंपनी ने भी खुल कर विरोध नहीं किया. पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं करायी. सूत्रों कि मानें, तो कंपनी ने विरोध करने के बजाय बालू माफियाआें से हाथ मिला लिया. फिर दोनों मिल कर अवैध खनन व उठाव कराने लगे. अब कंपनी कहती है कि हम तो सिर्फ पत्राचार के माध्यम से अपनी बात रख सकते हैं. कार्रवाई तो विभाग और पुलिस को करनी है.
अब तक नहीं गिरफ्तार हुए बड़े बालू माफिया : अब तक नामजद किये गये बालू माफियाओं की गिरफ्तारी नहीं सकी है. पुलिस ने ज्यादातर मजदूराें व चालकों को जेल भेजा है. जबकि नौ लोग नामजद किये गये हैं.
इनमें मनेर के विधायक का भतीजा सोनू भी शामिल है. पुलिस का कहना है कि उसकी तलाश में छापेमारी जारी है. वहीं सूत्रों कि मानें, तो पुलिस द्वारा बनायी गयी एसआइटी पर ही सवाल खड़े हो रहे हैं. बिहटा थाने के जिन पुलिसकर्मियों पर यह शक था कि वे लोग बालू माफियाओं से मिले हुए हैं उन्हीं लोगाें को एसआइटी में शामिल किया गया है.