रात 1:28 बजे होगा भगवान श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का मुहूर्त

पटना : रोहिणी नक्षत्र मंगलवार की रात 1.28 बजे पर शुरू होगा. ज्योतिष पंडित श्रीपति त्रिपाठी ने बताया कि ऐसे में उदया तिथि अष्टमी को मान्यता देनेवाले और रोहिणी नक्षत्र को आधार मान कर श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनानेवाले भक्तों के लिए मंगलवार की रात 12 बजे के बजाय 1.28 मिनट या उसके बाद का समय […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 15, 2017 9:03 AM
पटना : रोहिणी नक्षत्र मंगलवार की रात 1.28 बजे पर शुरू होगा. ज्योतिष पंडित श्रीपति त्रिपाठी ने बताया कि ऐसे में उदया तिथि अष्टमी को मान्यता देनेवाले और रोहिणी नक्षत्र को आधार मान कर श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनानेवाले भक्तों के लिए मंगलवार की रात 12 बजे के बजाय 1.28 मिनट या उसके बाद का समय श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाने के लिये शुभ होगा. वैष्णव, साधु संत और बैरागी उदय काल अष्टमी व उदय काल रोहिणी नक्षत्र को जन्माष्टमी का त्योहार मनाते हैं, जबकि श्रीमद्भागवत को प्रमाण मान कर स्मार्त संप्रदाय को माननेवाले जन्माष्टमी चंद्रोदय व्यापिनी अष्टमी व रोहिणी नक्षत्र में मनाते हैं. गृहस्थों स्मार्तकों ने श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का व्रत सोमवार को ही रख लिया, जबकि वैष्णव मतावलंबी व्रत और पर्व उत्सव मंगलवार को मनायेंगे.
अष्टमी तिथि व रोहिणी नक्षत्र की समाप्ति के बाद करें पारण : जन्माष्टमी का पारण सूर्योदय के पश्चात अष्टमी तिथि और रोहिणी नक्षत्र के समाप्त होने के बाद किया जाना चाहिए. ज्योतिषाचार्य पंडित श्रीपति त्रिपाठी ने बताया कि धर्मशास्त्रों में उल्लेखित है कि यदि अष्टमी तिथि और रोहिणी नक्षत्र सूर्यास्त तक समाप्त नहीं होता, तो पारण किसी एक के समाप्त होने के पश्चात भी किया जा सकता है. यदि अष्टमी तिथि और रोहिणी नक्षत्र में से कोई भी सूर्यास्त तक समाप्त नहीं होता, तब जन्माष्टमी का व्रत दिन के समय नहीं तोड़ा जा सकता. ऐसी स्थिति में व्रती को किसी एक के समाप्त होने की प्रतीक्षा करनी चाहिए.
भजन संध्या से शुरू होगा राधाकृष्ण मंदिर में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव : श्री राधाकृष्ण प्रणामी मंदिर परमहंस पीठ सत्संग धाम
राजापुर न्यास समिति द्वारा आयोजित श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मंगलवार को शाम सात बजे भजन संध्या के साथ शुरू होगा जाे रात 12 बजे तक मनाया जायेगा.
इस अवसर पर महंत सुरेश चंद्र शास्त्री महाराज द्वारा वैदिक मंत्रों से पूजा पाठ के साथ ही प्रवचन होगा. 16 अगस्त को नंद महोत्सव एवं परमहंस चिदानंद स्वामी महाराज के पुण्य तिथि पर विशाल भंडारा का आयोजन भी होगा. कार्यक्रम में भाग लेने के लिए बड़ी संख्या में साधु संत और भक्त आये हैं.

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