सरकार की सहमति से घोटाला सीएम व डिप्टी सीएम दें इस्तीफा
सृजन घोटाले पर राजद ने सरकार को घेरा पटना : भागलपुर के सृजन घोटाले को लेकर राजद का सरकार पर हमला तेज हो गया है. राजद के वरिष्ठ नेता व पूर्व वित्त मंत्री जगदानंद सिंह ने गुरुवार को कहा कि यह घोटाला सरकार की सहमति से हुआ है. घोटाले की राज छिपायी जा रही है. […]
सृजन घोटाले पर राजद ने सरकार को घेरा
पटना : भागलपुर के सृजन घोटाले को लेकर राजद का सरकार पर हमला तेज हो गया है. राजद के वरिष्ठ नेता व पूर्व वित्त मंत्री जगदानंद सिंह ने गुरुवार को कहा कि यह घोटाला सरकार की सहमति से हुआ है. घोटाले की राज छिपायी जा रही है. राजद प्रदेश कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन कर सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व वित्त मंत्री सुशील कुमार मोदी ने वित्तीय नियमावली में परिवर्तन किया. हर विभाग में काॅरपोरेशन का गठन कर सरकारी पैसे को ट्रेजरी से बाहर पार्क करने की व्यवस्था की गयी.
सरकार ने उन नियमों को तोड़ा जिससे सरकारी धन की हिफाजत हो सके. उन्होंने इसकी जिम्मेदारी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी पर डालते हुए उनसे इस्तीफे की मांग की. पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री तत्काल गद्दी छोड़ें और सरकार चलाने की जिम्मेदारी दूसरे लोगों को सौंपी जाये. उन्होंने कहा कि राजद विपक्ष की अपनी भूमिका मजबूती से निर्वहन कर रहा है.
मुख्यमंत्री जीरो टॉलरेंस की बात करते हैं, तो सृजन घोटाले की जांच एक सप्ताह के अंदर सीबीआइ को सौंप दें. प्रेस कांफ्रेंस में प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे भी मौजूद थे. सिंह ने कहा कि विधानसभा सदस्य के रूप में उन्होंने 29 फरवरी, 2009 को बजट भाषण के जवाब में सरकार को चेतावनी दी थी कि सरकार उन नियमों को तोड़ रही है जिससे सरकारी धन की हिफाजत हो सके. सरकार नियमों में ढील दे रही है. इससे सरकारी खजाना नहीं बच पायेगा. सरकारी धन रिजर्व बैंक में रखा जाता है.
चाहे वह सरकार का पैसा हो या टैक्स का या राजस्व का. राजद नेता ने कहा कि इस घोटाले में अधिकारी, अधिकारियों के पदस्थापन के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, खजाने की हिफाजत नहीं कर पाने के लिए वित्त मंत्री सुशील मोदी की है और तत्कालीन सहकारिता मंत्री पर इसकी जिम्मेवारी है. इन तीनों को इस्तीफा देना चाहिए. राजद नेता ने कहा कि इस घोटाले के पैसे की लूट में भाजपा के नेता शामिल हैं. सरकार को यह भी मालूम है कि पैसे कहां गये हैं. सरकार चाहे तो वह सृजन के माध्यम से लूट की राशि को ट्रेजरी में वापस लौटा सकती है.