कार्यकारिणी की बैठक पर शहर में जदयू का पोस्टर वार
पटना : जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पार्टी में बगावती तेवर दिखा रहे सांसद शरद यादव के समर्थकों के बीच पोस्टर वार भी शुरू हो गया है. राजधानी पटना जदयू नेताओं की ओर से आयोजित राष्ट्रीय कार्यकारिणी, राष्ट्रीय परिषद और खुला अधिवेशन को लेकर पोस्टर लगाये गये हैं. वहीं, सांसद […]
पटना : जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पार्टी में बगावती तेवर दिखा रहे सांसद शरद यादव के समर्थकों के बीच पोस्टर वार भी शुरू हो गया है. राजधानी पटना जदयू नेताओं की ओर से आयोजित राष्ट्रीय कार्यकारिणी, राष्ट्रीय परिषद और खुला अधिवेशन को लेकर पोस्टर लगाये गये हैं.
वहीं, सांसद शरद यादव के समर्थकों ने भी इन पोस्टर व होर्डिंग के बीच श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में आयोजित शरद यादव की सभा को लेकर होर्डिंग लगाये हैं. शरद यादव के समर्थकों ने जन अदालत का फैसला, महागठबंधन जारी है का पोस्टरलगाया है. पोस्टर वार के साथ सांसद शरद यादव का खेमा अपने को असली जदयू का दावा भी कर रहा है. शरद यादव गुट की ओर से जदयूसांसद अली अनवर, पूर्व मंत्री रमई राम, अर्जुन राय मोरचा संभाल रहे हैं. अली अनवर ने कहा कि जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के समानांतर सांसद शरद यादव पटना में सभा करेंगे. इसमें देश भर के 138 प्रतिनिधि शामिल होंगे. वहीं, जदयू ने साफ कर दिया है कि पार्टी एकजुट है. जदयू के राष्ट्रीय महासचिव संजय झा ने कहा कि सांसद अली अनवर पर जरूरत पड़ी तो पार्टी कड़ी कार्रवाई करेगी. उनमें अगर नैतिकता है तो सांसद पद से इस्तीफा दे दें.
स्वेच्छा से दल का परित्याग कर चुके हैं शरद यादव : केसी त्यागी
जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता सह प्रधान महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि जदयू में कोई विभाजन नहीं है. जदयू के सभी विधायक व जिलाध्यक्ष हमारे साथ हैं. पार्टी के 19 राष्ट्रीय पदाधिकारी में से 16 राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार के साथ हैं. उन्होंने कहा कि सांसद शरद यादव पिछले दिनों से जिस प्रकार का व्यवहार और काम कर रहे हैं, उससे लगता है कि उन्होंने स्वेच्छा से दल का परित्याग कर दिया है.
उन्हें राष्ट्रीय कार्यकारिणी और राष्ट्रीय परिषद की बैठक में शामिल होने के लिए आमंत्रण दिया गया है, लेकिन उम्मीद नहीं लगती कि वे आयेंगे. जिस प्रकार इन दिनों भ्रष्टाचार के डेंटिंग-पेंटिंग वालों के साथ उन्हें देखा जा रहा है, वह दल के नीति व सिद्धांत से अलग है. भ्रष्टाचार के खिलाफ वे जीवन भर लड़े, लेकिन अाज भ्रष्टाचारियों के साथ हो गये हैं. शरद यादव पर कार्रवाई के सवाल पर उन्होंने कहा कि पार्टी ने उन्हें आमंत्रित किया है. वे आये तो अच्छी बात है. बावजूद इसके अगर राजद द्वारा आयोजित 27 अगस्त की रैली में शामिल होते हैं तो पार्टी बड़ा फैसला ले सकती है.
शरद जी का क्षेत्र बाढ़ से तबाह है और वह घूम कर रैली की तैयारी कर रहे जदयू के प्रदेश प्रवक्ता डाॅ अजय आलोक ने शरद यादव पर बरसते हुए कहा कि उनका क्षेत्र मधेपुरा बाढ़ से कराह रहा है. पर, वह रैली की तैयारी में घुम रहे हैं. शरद जी की स्तुति तेजस्वी द्वारा साबित करती है कि पोषित पुत्र की भूमिका निभाने के लिए वह तैयार हैं.
लेकिन शरद के पुत्र का क्या होगा. उन्होंने तेजस्वी पर तंज कसते हुए कहा कि एक नया राजनीतिज्ञ जो परिवार के कारण उप मुख्यमंत्री तक बन गया हो उसे संवेदनशल होने की सलाह परिवार भी नहीं देता. उन्होंने कहा कि चंपारण की भूमि से जनादेश अपमान यात्रा शुरू करने वाले महान विभूति आज चंपारण को भूल गये जब बाढ़ से जनता त्राहिमाम हो रही ,क्या यही संवेदना है. उन्होंने कहा कि जहां जनता समस्या झेलेगी वहां यह नहीं जायेंगे, क्योंकि उन्हें नेता जनता ने तो बनाया नहीं. पिता जी जहां आदेश करेंगे वहां पुत्र और पार्टी पहुंचेगी.