आज भी याद है वह सुबह जब छत तोड़ता विमान घर में आ घुसा था… जानिए क्या है मामला
अनुपम कुमार पटना : 24 अगस्त से पटना से एलायंस एयर की उड़ान सेवा के दुबारा शुरू होने की घोषणा ने उन लोगों के दर्द को ताजा कर दिया है, जिन्होंने 17 साल पहले हादसे में अपनों को खोया था. चश्मदीद आज भी नहीं भूले हैं कि कैसे पेड़ से टकराता हुआ विमान गर्दनीबाग स्टाफ […]
अनुपम कुमार
पटना : 24 अगस्त से पटना से एलायंस एयर की उड़ान सेवा के दुबारा शुरू होने की घोषणा ने उन लोगों के दर्द को ताजा कर दिया है, जिन्होंने 17 साल पहले हादसे में अपनों को खोया था. चश्मदीद आज भी नहीं भूले हैं कि कैसे पेड़ से टकराता हुआ विमान गर्दनीबाग स्टाफ क्वार्टर में घुसा और धमाके की आवाज के साथ आग की लपट चारों ओर फैल गयी. हादसे में अपने पिता बैजनाथ दत्त और छोटी बहन को खो चुकी पूनम ने बताया कि सुबह के सात बजे थे. वह आंगन में चाय पी रही थी. पिताजी बरामदे में बैठ कर अखबार पढ़ रहे थे. छोटी बहन ड्राइंग रूम में झाड़ू दे रही थी. इतने में फोन आया. उसे रिसीव करने पिताजी कमरे में गये ही थे कि तेज धमाका हुआ और छत तोड़ता हुआ बोइंग पिताजी के ऊपर जा गिरा.
दुर्घटना में मारे गये पिता और छोटी बहन : पिताजी और छोटी बहन इस भीषण दुर्घटना में मारे गये और पूनम बेहोश हो गयी. अस्पताल में आंख खुली, तो पूनम का शरीर झुलसा हुआ था, सिर फट गया था. कमर और पैर की हट्टी टूट गयी थी. कई महीने के इलाज के बाद वह ठीक हो पायी. हादसे में अपनी तीन गायें व पिता को खोनेवाले राय जी ने भी अपना दर्द कुछ इसी तरह बयां किया.
बोइंग 737-200 की जगह अब एलायंस एयर कर रही एटीआर प्रोपेलर का इस्तेमाल, नयी और पहले से बेहतर तकनीक पिछले 17 वर्षों में कई चीजें बदल गयी हैं. पहले एलायंस एयर के बेड़े में बोइंग 737-200 विमान हुआ करते थे. दुर्घटना के बाद चरणबद्ध तरीके से चार-पांच वर्षों में एलायंस एयर ने उसे अपने बेड़े से बाहर कर दिया. कुछ दिनों तक एक कूरियर एजेंसी ने मालवाहक विमान के रूप में इन विमानों का इस्तेमाल किया.
लेेकिन 2010 में बेहद पुराने पड़ जाने के कारण डीजीसीए ने इन विमानों का परिचालन पूरी तरह रोक दिया. अब एलायंस एयर एटीआर प्रोपेलर एयरक्राफ्ट इस्तेमाल कर रही है. यह टर्बो और प्रोपेलेंट दोंनों तरह के इंजनों से लैस है. साथ ही, 1300-1400 मीटर की हवाई पट्टी पर भी यह आसानी से उतर सकता है.
विमान ने तीन क्वार्टरों को किया था ध्वस्त : एलायंस एयर की फ्लाइट संख्या सीडी-7412 के संतुलन खोकर नीचेे आने से हादसा हुआ. 17 जुलाई, 2000 को सुबह 7:34 में पटना एयरपोर्ट पर उतरने से ठीक पहले नियंत्रण खोते हुए बोइंग विमान गर्दनीबाग के रोड नं-29 पर नीम व आम के पेड़ों से टकराया. उसके बाद इसी रोड के क्वार्टर नं-9 की छत से टकराते हुए विमान दायें घूम कर क्वार्टर नं-6 और 8 को ध्वस्त करता हुआ जमीन पर गिरा. मलबा फैल गया आैर आग की लपटें नजर आने लगीं.
मृतकों में छह क्रू मेंबर, 49 यात्री व पांच स्थानीय : 52 पैसेंजरों के साथ यह विमान कोलकाता से सुबह 6:50 में उड़ा था. इसे पटना व लखनऊ के रास्ते दिल्ली जाना था. क्रू मेंबर में पायलट और को पायलट के अलावा चार एयर होस्टेस शामिल थीं. हादसे में क्रू के सभी छह सदस्य और 45 यात्रियों की घटना स्थल पर ही मौत हो गयी. सात घायलों को बाहर निकाला गया जिसमें से चार की मौत अस्पताल में हो गयी. जहां विमान गिरा वहां रह रहे पांच लोगों की भी मौत हो गयी.
मानवीय भूल थी हादसे की वजह : डीजीसीए की टीम ने घटना स्थल की जांच की और कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी का गठन किया. कोर्ट ऑफ इंक्वायरी ने चश्मदीदों का बयान दर्ज किया और मुंबई में दुर्घटनाग्रस्त विमान के मलबे की जांच भी करवायी. 31 मार्च, 2001 को अपने 63 पेज की इंक्वायरी रिपोर्ट में उसने मानवीय भूल के कारण नियंत्रण खोने को हादसा की वजह बतायी.
पहले और आज में अंतर है. पहले बोईंग इस्तेमाल कर रहे थे. आज एटीआर प्रोपेलर विमान इस्तेमाल कर रहे हैं, जो चार-पांच वर्षों में ही लिये गये हैं. हम सस्ती सेवा शुरू करने जा रहे हैं.
जगदीश बख्शी, चीफ ऑफ मार्केटिंग, एलायंस एयर
एयर एशिया व विस्तारा के आने की है चर्चा
पटना : जल्दी ही एयर एशिया और विस्तारा एयरलाइंस पटना से अपनी सेवाएं शुरू कर सकती हैं. पिछले कुछ दिनों से इसको लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है. इसकी आधिकारिक पुष्टि तो कोई नहीं कर रहा, लेकिन दबे मुंह कई अधिकारी भी स्वीकार करते हैं कि ये दोनों कंपनियां पटना एयरपोर्ट पर आने की फिराक में हैं. अगर ऐसा हुआ, तो प्राइस वार और भी तेज होंगे और यात्रियों को सस्ती सेवा मिलेगी.